गिरिडीह: गिरिडीह जिले में पुलिस की कथित बर्बरता का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां बोरिंग वाहन चालक संजय दास की बेरहमी से पिटाई के बाद मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने ताराटांड थाना के गश्ती दल पर हत्या का सीधा आरोप लगाया है। इस घटना ने पूरे इलाके में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
पैसे की मांग के बाद बेरहमी से पीटा गया
मृतक संजय दास (40 वर्ष), धनबाद के मनियाडीह क्षेत्र से बोरिंग कार्य कर लौट रहे थे। मंगलवार रात करीब 10 बजे जब वह ताराटांड जंगल के पास पहुंचे, तो वहां पहले से तैनात पुलिस गश्ती दल ने वाहन को रोक कर पैसे की मांग की। संजय के साथ मौजूद सह चालक के अनुसार, पुलिस द्वारा पैसे न देने पर मारपीट की गई। सहचालक किसी तरह भाग निकला, लेकिन संजय को गंभीर रूप से पीटा गया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी हालत बिगड़ गई।
अस्पताल लाए जाने पर मृत घोषित
मारपीट के बाद, ताराटांड गश्ती दल के वाहन चालक ने बोरिंग वाहन मालिक को फोन कर सूचित किया कि उसका चालक सड़क पर पड़ा है। जब मालिक मौके पर पहुंचा तो संजय को गंभीर हालत में गिरा पाया। तत्काल गिरिडीह सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हर रात होती है कथित वसूली
परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि ताराटांड थाना क्षेत्र के बड़कीटांड जंगल में पुलिस गश्ती दल हर रात मालवाहक वाहनों से वसूली करता है। पैसे न देने पर ड्राइवरों के साथ अक्सर अभद्र व्यवहार और मारपीट होती है। घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने ताराटांड थाना का घेराव करने की चेतावनी दी है।
पुलिस जांच की बात कही गई
इस मामले पर गिरिडीह डीएसपी जीतवाहन उरांव ने कहा- “ड्राइवर की मौत का मामला गंभीर है और जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी गहन जांच की जाएगी। जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।