नई दिल्ली : दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को रिहा करने के आदेश पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान को एक लाख रुपये के मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया था, लेकिन ईडी ने इस आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। अब दिल्ली हाई कोर्ट ने ईडी की याचिका पर 18 नवंबर को सुनवाई तय की है।
राऊज एवेन्यू कोर्ट का आदेश और ईडी की चुनौती
राऊज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज जीतेन्द्र सिंह ने 17 नवंबर को अपने आदेश में कहा था कि अमानतुल्लाह खान के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं, लेकिन उनके खिलाफ अभियोजन चलाने के लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त नहीं की गई। इस कारण, ईडी द्वारा दायर पूरक चार्जशीट पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा सकता। कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान को एक लाख रुपये के मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया था, जिसे ईडी ने दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। कोर्ट ने इस मामले में दूसरे आरोपित मरियम सिद्दीकी को बरी कर दिया, क्योंकि उनके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं पाए गए।
अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी और आरोप
ईडी ने 2 सितंबर को अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के इस मामले में अमानतुल्लाह खान मुख्य आरोपित हैं। ईडी का कहना है कि इस मामले में पहले ही चार अन्य आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी के अनुसार, अमानतुल्लाह खान ने आपराधिक गतिविधियों से काफी संपत्ति अर्जित की है और अपने करीबी सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति भी खरीदी है। जांच के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जो यह साबित करते हैं कि वह मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में लिप्त हैं।
क्या है दिल्ली वक्फ बोर्ड भर्ती मामला?
दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में अमानतुल्लाह खान का नाम सामने आया है। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत फायदा उठाकर बोर्ड की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ियां कीं। ईडी के अनुसार, इस मामले में जो संपत्ति और धनराशि जुटाई गई, वह आपराधिक गतिविधियों से अर्जित की गई थी। ईडी ने आरोप लगाया है कि अमानतुल्लाह खान ने वक्फ बोर्ड की भर्ती में गड़बड़ी की और उसके जरिए काफी धन इकट्ठा किया। इसके बाद उन्होंने यह धन अपने और अपने सहयोगियों के नाम पर संपत्ति खरीदने में लगाया।
अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के बाद की स्थिति
अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के बाद, दिल्ली वक्फ बोर्ड के भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच तेज हो गई है। ईडी द्वारा की गई छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी मिले थे, जिससे इस बात की पुष्टि हुई कि अमानतुल्लाह खान मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त थे। इस मामले में अब तक चार अन्य आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और न्यायिक हिरासत में हैं।
अमानतुल्लाह खान के खिलाफ आरोपों के बावजूद उनकी रिहाई पर राऊज एवेन्यू कोर्ट के फैसले को ईडी ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। अब यह देखना होगा कि दिल्ली हाई कोर्ट इस याचिका पर क्या फैसला करता है और इस मामले में आगे क्या घटनाक्रम सामने आता है।
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