नई दिल्ली: बीते बुधवार को ED ने संजय सिंह के दिल्ली स्थित घर पर छापेमारी की गई है, ये छापेमारी दिल्ली मे विवादित शराब नीति में घोटाले को लेकर की है। कुछ दिन पहले ED ने संजय सिंह के करीबियों के घर पर भी छापे मारे थे। ED के मुताबिक शराब घोटाले की चार्टशीट में भी संजय सिंह का नाम था।
संजय सिंह पर क्या है आरोप?
संजय सिंह पर ED के चार्टशिट में 82 लाख रुपए चंदा लेने कि बात कही गई है। यह आरोप लगाया गया है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 की शराब नीति ने इसके लिए रिश्वत दी थी। इसी को लेकर बुधवार ED संजय सिंह के घर पर छापेमारी व पूछताछ कर रही है।
दिल्ली शराब घोटाला
यह शराब घोटाला दिल्ली सरकार की नई शराब नीति 2021-22 से जुड़ा हुआ है। दिल्ली सरकार द्वारा 17 नवंबर 2021 को दिल्ली में नई शराब नीति लागू कि गई थी। इस नीति के तहत शराब कारोबार को पूरी तरह से निजी हाथों में सौंप दिया गया था। हालांकि यह नीति लागू होने के बाद सरकार का दाव उलटा पड़ गया व राजस्व को नुकसान के बाद दिल्ली सरकार सवालों के घेरे में आ गई। इसके बाद केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने इस गड़बड़ी का आरोप लगाया व रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को दी इस आधार पर एलजी ने 22 जुलाई 2022 को इस पर सीबीआई जांच की मांग की थी।
ऐसे हुआ घोटाले का खुलासा:
उपराज्यपाल और दिल्ली के सीएम को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार सिसोदिया ने उपराज्यपाल की मंजूरी के बिना शराब नीति में बदलाव किया। जैसे कि कोरोना महामारी के नाम पर 144.36 करोड़ रुपए की टेंडर लाइसेंस फीस माफ करना।
आरोप है कि इससे शराब ठेकेदारों को फायदा पहुंचा। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि इससे मिले कमीशन का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में किया।
नई शराब नीति में तमाम खामियों के बाद चार महीन के भीतर ही नई शराब नीति को वापस ले लिया गया था।
इस मामले में मनीष सिसोदिया हैं जेल में:
आबकारी नीति घोटाला मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया मुख्य आरोपी हैं और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वे करीब छह महीने से जेल में हैं। इसके अलावा कई शराब कारोबारियों को भी इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
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