पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। इसमें उन्होंने बताया कि अगले दो महीने के भीतर 1,90,000 से अधिक शिक्षकों को उनकी मनचाही पोस्टिंग मिल जाएगी। इस घोषणा से राज्य के शिक्षकों में खुशी की लहर है, क्योंकि लंबे समय से शिक्षकों के तबादले को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया को सॉफ्टवेयर के जरिए सुव्यवस्थित किया जाएगा, ताकि किसी भी शिक्षक को कोई असुविधा न हो।
विधायक सूर्यकांत पासवान ने उठाया था यह सवाल
असल में यह मामला तब उठकर सामने आया, जब बिहार विधानसभा में विधायक सूर्यकांत पासवान ने सवाल किया था कि 190,000 शिक्षकों ने तबादला के लिए आवेदन किया है, तो उनकी मनचाही पोस्टिंग कब तक की जाएगी। इस सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि अगले दो महीने में इन शिक्षकों का तबादला कर दिया जाएगा। इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और शीघ्र संपन्न की जा सके।
सॉफ्टवेयर और नियमावली: क्या होगी प्रक्रिया
शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस प्रक्रिया में शिक्षकों से 10 संभावित च्वाइस मांगी गई है। अब इन च्वाइस के आधार पर शिक्षकों का तबादला किया जाएगा। सुनील कुमार ने कहा कि कुछ महत्वपूर्ण मानदंड होंगे, जैसे कि बीमारी, पति-पत्नी का एक ही स्थान पर होना, और गंभीर बीमारी के आधार पर पोस्टिंग की प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, यह भी कहा गया कि तबादला उस समय तब संभव होगा जब उस स्थान पर वैकेंसी उपलब्ध होगी।
मनचाही पोस्टिंग नहीं मिलने पर कर सकेंगे अपील
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी शिक्षक को अपनी मनचाही पोस्टिंग नहीं मिलती, तो वे जिलाधिकारी, कमिश्नर, या फिर विभागीय स्तर पर बनी कमिटी के पास अपनी अपील दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पहले ही विभाग ने गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों की पोस्टिंग की प्रक्रिया को प्राथमिकता देते हुए उनकी मनचाही पोस्टिंग कर दी है।
क्या है 10 अनुमंडल का मुद्दा?
कुछ विधायक इस बात को लेकर भी सवाल उठा रहे थे कि यदि किसी शिक्षक को अपनी पोस्टिंग के लिए 10 अनुमंडल का नाम देना है, तो फिर यह कैसे संभव होगा कि उनका तबादला मनचाहे जिले में हो? इस सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि सॉफ्टवेयर में कोई त्रुटि है, तो उसे जल्दी सुधार लिया जाएगा, ताकि प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
शिक्षा मंत्री का आश्वासन, दो महीने में पूरी करेंगे प्रक्रिया
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा, “अगले दो महीने में हम पूरी प्रक्रिया को संपन्न कर लेंगे और जो भी शिक्षक जिन जिलों में जाना चाहते हैं, उन्हें पोस्टिंग मिल जाएगी। सॉफ्टवेयर पूरी तरह तैयार है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती वैकेंसी की उपलब्धता है।”
शिक्षकों में उत्साह की लहर
इस घोषणा से शिक्षकों में उत्साह की लहर है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी मनचाही पोस्टिंग जल्द ही उन्हें मिल जाएगी, जिससे उनकी कार्य स्थिति में सुधार होगा और वे अपने परिवार के पास आकर बेहतर काम कर सकेंगे।