आनंद मिश्र
जमशेदपुर : Jharkhand University Age Limit Rules : राज्य की किसी यूनिवर्सिटी में नियम-प्रावधानों से हटकर कुछ होता है, तो उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग से लेकर राजभवन तक की ओर से हस्तक्षेप कर दिया जाता है। लेकिन शहर स्थित जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी शायद कुछ खास है, जहां नियम-प्रावधानों से परे भी कोई कार्य अथवा अधिकारियों को कार्यकाल विस्तार मिलता है। इस विश्वविद्यालय में उम्रसीमा को नजरअंदार कर वित्त पदाधिकारी (एफओ) और परीक्षा नियंत्रक (सीई) को लगातार कार्यकाल विस्तार दिया जा रहा है, जबकि कुछ ही साल पहले कोल्हान विश्वविद्यालय में इस तरह के मामले में राजभवन की ओर से हस्तक्षेप किया गया था।
Jharkhand University Age Limit Rules : 60 साल बाद भी एफओ और सीई को कार्यकाल विस्तार
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में एफओ डॉ जावेद अहमद और सीई डॉ रमा सुब्रह्मण्यम को लगातार कार्यकाल विस्तार मिल रहा है। हालांकि इन दोनों पदाधिकारियों की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो चुकी है। बावजूद इस पर न तो उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग और न ही राजभवन की ओर से कोई कदम उठाया जा रहा है। पिछले ही महीने एफओ का कार्यकाल समाप्त होने पर विश्वविद्यालय की ओर से पत्र भेजा गया था।
जानकारी के अनुसार पत्र में पुन: डॉ जावेद अहमद का नाम शामिल किया गया था। दो दिन के अंदर डॉ अहमद को कार्यकाल विस्तार मिल गया। वहीं डॉ रमा सुब्रह्मण्यम को तय उम्रसीमा पार करने के बाद भी लगातार परीक्षा नियंत्रक का कार्यभार सौंपा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार डॉ अहमद की उम्र करीब 63 और डॉ रमा सुब्रह्मण्यम की उम्र करीब 62 वर्ष हो चुकी है। बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन के चहेते डॉ अहमद वित्तीय और डॉ रमा सुब्रह्मण्यम परीक्षा विभाग का कार्य देख रही हैं। विश्वविद्यालय ने साठ की उम्र पार कर चुके दोनों शिक्षकों का नाम तीसरी बार भेजकर नियमों और प्रावधानों को नजरअंदाज किया है। यह समझ से परे है कि कोल्हान विश्वविद्यालय में डॉ. पी के पाणि के लिए अलग नियम था और कभी उसी का हिस्सा रहे कॉलेज जो अब जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी है, में डॉ. अहमद के लिए अलग नियम चलाया जा रहा है। हालांकि जब तक कोई नया विश्वविद्यालय विधिवत अपना अलग नियम नहीं बना लेता तब तक मूल संस्था के नियम-व्यवहार ही चलते हैं।
Jharkhand University Age Limit Rules : क्या हुआ था कोल्हान यूनिवर्सिटी में
कोल्हान विश्वविद्यालय में तत्कालीन वित्त पदाधिकारी डॉ पीके पाणि थे। वे भली-भांति अपने कार्य का निर्वहन कर रहे थे। इस बीच राजभवन का एक पत्र विश्वविद्यालय को मिला। पत्र के माध्यम से राजभवन की ओर से 60 वर्ष की उम्रसीमा पार करने का हवाला देते हुए डॉ पाणि के वित्त पदाधिकारी बने रहने पर आपत्ति जतायी गयी थी। उसके बाद विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी को बदला गया था।
Jharkhand University Age Limit Rules : आदेश के बाद भी वीमेंस यूनिवर्सिटी में नहीं बदले गये एफओ और सीई
सर्वविदित है कि वित्त पदाधिकारी एवं परीक्षा नियंत्रक की उम्रसीमा को लेकर राजभवन की ओर से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को पत्र भेजा गया था। पत्र के आलोक में कोल्हान विश्वविद्यालय से वित्त पदाधिकारी डॉ पीके पाणि को पदमुक्त करते हुए इस पद के लिए नाम मांगा गया था। इसके अलावा विनोबा भावे विश्वविद्यालय में भी यह कार्रवाई हुई थी। जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में भी यह कार्रवाई करते हुए अन्य इन दोनों पदों के लिए अन्य उम्मीदवार का नाम राजभवन भेजा जाना था। बावजूद ऐसा नहीं किया गया। इसे लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।