लखनऊ : महाकुंभ मेला 2025 के दौरान श्रद्धालुओं के लिए एक नई सुविधा शुरू होने जा रही है। 5 जनवरी से महाकुंभ प्रयागराज में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। यह पहल न केवल पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए की जा रही है, बल्कि यात्रियों को एक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव भी मिलेगा। परिवहन निगम के बेड़े में पहली बार इलेक्ट्रिक बसें शामिल हो रही हैं, जो महाकुंभ क्षेत्र में चलेंगी।
मेला क्षेत्र में एक से दूसरी जगह ले जाएंगी इलेक्ट्रिक बसें
महाकुंभ मेले के दौरान 40 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। यह बसें श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में भ्रमण के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाएंगी। इन बसों का संचालन 5 जनवरी से शुरू हो जाएगा, और 26 जनवरी तक मेला क्षेत्र में लगभग 40 इलेक्ट्रिक बसों का आवागमन शुरू हो जाएगा।
एक बार चार्ज होने पर 280 किलोमीटर चलेगी डेढ़ करोड़ की बस
इन इलेक्ट्रिक बसों में 44 सीटें होंगी, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। एक बार चार्ज होने पर ये बसें लगभग 280 किलोमीटर तक चल सकती हैं, लेकिन निगम ने इन बसों को 250 किलोमीटर तक चलाने का निर्णय लिया है, ताकि रास्ते में रुकने पर भी बसें आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। इन बसों की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है और यह पर्यावरण के लिए भी लाभकारी साबित होंगी, क्योंकि इनसे प्रदूषण कम होगा।
चार्जिंग स्टेशन और अन्य तैयारियां
मेला क्षेत्र में बसों की चार्जिंग की पूरी व्यवस्था की गई है। चार्जिंग स्टेशन मेला क्षेत्र और प्रयागराज में स्थापित किए गए हैं, ताकि बसों को पूरे दिन के संचालन के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिल सके। इन चार्जिंग स्टेशनों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बसों का संचालन बिना किसी रुकावट के हो सके और श्रद्धालुओं को यात्रा में कोई असुविधा न हो।
महाकुंभ के बाद भी जारी रहेगा संचालन
महाकुंभ के बाद भी ये इलेक्ट्रिक बसें लखनऊ से प्रयागराज के बीच संचालित की जाएंगी। इसके अलावा, लखनऊ, गाजियाबाद और आगरा जैसे प्रमुख शहरों में भी इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। पहले चरण में 100 इलेक्ट्रिक बसें परिवहन निगम को प्राप्त होंगी। इन बसों का संचालन उन क्षेत्रों में किया जाएगा, जहां के लिए स्वीकृति मिल चुकी है।
पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम
यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए उठाया जा रहा है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इलेक्ट्रिक बसों का संचालन प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा और यह प्रदेश को स्मार्ट और सस्टेनेबल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
लखनऊ-प्रयागराज के बीच चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम जारी
भविष्य में और भी अधिक इलेक्ट्रिक बसें परिवहन निगम के बेड़े में शामिल की जाएंगी। लखनऊ और प्रयागराज के बीच चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का काम भी जारी है, ताकि इन बसों का संचालन और भी प्रभावी और सुविधाजनक हो सके। महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को इस नई सुविधा का लाभ मिलेगा और यह कदम उत्तर प्रदेश सरकार की स्मार्ट सिटी और स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।