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Kolhan News : ड्राप आउट रेट जीरो करने पर जोर, शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने की शिक्षा विभाग की कोल्हान स्तरीय मीटिंग

by Mujtaba Haider Rizvi
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जमशेदपुर : शिक्षा विभाग की प्रमंडलीय स्तरीय बैठक शनिवार को जमशेदपुर के निर्मल गेस्ट हाउस में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा, साक्षरता विभाग एवं निबंधन विभाग के मंत्री रामदास सोरेन ने की। बैठक में कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त और शिक्षा अधिकारियों ने भाग लिया। शिक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चाबैठक में शिक्षा विभाग से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। इनमें सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था, विद्यार्थियों का नामांकन, प्रमोशन दर, ड्रॉप आउट दर, शिक्षक-छात्र अनुपात (Teacher-Student Ratio), विषयवार शिक्षकों का पदस्थापन और विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं का मुद्दा प्रमुख था। इसके अलावा, पोशाक और स्कूल किट का वितरण, मध्याह्न भोजन योजना (Mid-Day Meal Scheme), आदर्श विद्यालयों और मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों की प्रगति की समीक्षा की गई। शिक्षा मंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास, तथा बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं।

बच्चों की शिक्षा और ड्रॉपआउट दर पर जोर

मंत्री रामदास सोरेन ने स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन और ड्रॉपआउट दर को शून्य (Zero Dropout) पर लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। बैठक में निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन यु-डायस पोर्टल (UDISE Portal) पर सुनिश्चित करने और सभी बच्चों के आपार कार्ड (Aadhar ID) बनाने का निर्देश दिया गया।

कस्तूरबा विद्यालय और मॉडल स्कूल की प्रशंसा

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय और आदर्श विद्यालयों में उपलब्ध उत्कृष्ट सुविधाओं की प्रशंसा करते हुए मंत्री ने कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं के हालिया प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने इन स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने की बात कही और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए ठोस प्रयासों की प्रतिबद्धता जताई।

उपायुक्तों को दिए विशेष निर्देश

मंत्री ने प्रमंडल के तीनों जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे स्कूल प्रबंधन और विभागीय अधिकारियों के साथ नियमित बैठक करें। डीएमएफटी फंड (DMFT Fund) के माध्यम से विद्यालयों के जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने और विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाएं (Special Classes) आयोजित करने की भी सलाह दी गई।

सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर बल

मंत्री ने कहा कि पोशाक, पुस्तकें और स्कूल किट का वितरण समय पर सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, मध्याह्न भोजन के गुणवत्ता मानकों पर विशेष ध्यान देने की बात कही। बेहतर परीक्षा परिणाम और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नई शिक्षकों की नियुक्ति और व्यावसायिक प्रशिक्षण (Vocational Training) पर भी जोर दिया गया।

यह अधिकारी रहे मौजूद

बैठक में विभागीय सचिव उमाशंकर सिंह, राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन, माध्यमिक शिक्षा निदेशक आदित्य रंजन, प्राथमिक शिक्षा निदेशक शशि प्रकाश और तीनों जिलों के शिक्षा पदाधिकारी मौजूद थे।

शिक्षा के सुधार पर सरकार का दृष्टिकोण

मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए समाज के हर वर्ग, जैसे जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों और बुद्धिजीवियों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आधुनिक सुविधाएं और उनके व्यक्तित्व विकास के लिए हर संभव कदम उठा रही है।इस बैठक में लिए गए निर्णयों से उम्मीद की जा रही है कि कोल्हान प्रमंडल में शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक सुधार होगा और बच्चों को बेहतर भविष्य के अवसर मिलेंगे।

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