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बीपीएससी 70वीं परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर ईओयू की कड़ी नजर

बिहार के सभी 912 परीक्षा केंद्रों में 25,000 सीसीटीवी कैमरों द्वारा परीक्षा केंद्रों की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। परीक्षा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एक ही पाली में आयोजित की जाएगी।

by Rakesh Pandey
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पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा आज (13 दिसंबर) राज्यभर के 912 परीक्षा केंद्रों पर हो रही है। इस परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह या गलत सूचना फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। ईओयू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप और एक्स (पूर्व ट्विटर) पर खासतौर पर पेट्रोलिंग और मॉनिटरिंग करने का निर्णय लिया है।

70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन


बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा में लगभग 4.83 लाख उम्मीदवार 36 जिलों के 912 केंद्रों पर परीक्षा दे रहे हैं। आज सुबह 11 बजे से परीक्षा केंद्रों में प्रवेश शुरू हो गया था और परीक्षा के लिए एक घंटा पहले ही अभ्यर्थियों को केंद्र में पहुंचने का निर्देश था। सुरक्षा के लिहाज से परीक्षा केंद्रों के बाहर सुरक्षा कर्मी तैनात हैं और अभ्यर्थियों की जांच के बाद ही उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया। परीक्षा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एक ही पाली में आयोजित की जाएगी।

सीसीटीवी निगरानी के तहत सभी परीक्षा केंद्र

बिहार के सभी 912 परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी की जा रही है। करीब 25,000 सीसीटीवी कैमरों द्वारा परीक्षा केंद्रों की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, सभी जिला मुख्यालयों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं और इन कंट्रोल रूमों से पटना स्थित बीपीएससी कार्यालय के कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। इस पूरी प्रक्रिया में अगर कोई भी संदिग्ध गतिविधि या अफवाह फैलाने की कोशिश की जाती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई

बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने इस बार बीपीएससी 70वीं परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विशेष ध्यान दिया है। ईओयू ने पहले ही एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि किसी भी तरह की गलत सूचना, अफवाह या धोखाधड़ी से बचने के लिए अभ्यर्थियों को सतर्क रहना चाहिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप और एक्स पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ईओयू का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति द्वारा परीक्षा से संबंधित किसी तरह की गलत सूचना या अफवाह फैलाने की कोशिश की जाती है, तो उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ईओयू ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे आंसर शीट के लालच में न आएं और सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचें। अगर अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की गलत सूचना या संदिग्ध कॉल मिलती है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन में इसकी सूचना दें। ईओयू ने यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने या धोखाधड़ी में लिप्त पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।

बीपीएससी अध्यक्ष का बयान

बीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने भी सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को परीक्षा के नियमों और तारीखों को लेकर किसी भी तरह की अफवाह से बचना चाहिए। परीक्षा एक ही पेपर में एक पाली में आयोजित की जाएगी और इसमें लगभग 4.83 लाख अभ्यर्थी 36 जिलों के 912 केंद्रों पर परीक्षा देंगे।

बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर राज्यभर में सुरक्षा और निगरानी कड़ी कर दी गई है। ईओयू ने इस बार डिजिटल पेट्रोलिंग की प्रक्रिया को अपनाकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। अब देखना यह होगा कि क्या इस बार की परीक्षा में कोई गड़बड़ी या धोखाधड़ी की घटना सामने आती है, और ईओयू की कड़ी निगरानी किस हद तक प्रभावी साबित होती है।

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