रांची : भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रविवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में धांधली की साजिश के पीछे हेमंत सोरेन का हाथ है।
हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा, “जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में धांधली की साजिश में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भूमिका साफ नजर आती है। पहले तो सीआईडी जांच का झूठा आश्वासन दिया गया, फिर जेएसएससी ने खुद को क्लीन चिट दे दी। अब छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश देकर सरकार ने युवाओं की आवाज को दबाने की साजिश की है।”
छात्र आंदोलन
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि हेमंत सोरेन शायद यह भूल गए हैं कि झारखंड की धरती आंदोलनों और संघर्षों की पहचान रही है। यहाँ के युवा दमनकारी नीतियों का मजबूती से विरोध करना जानते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह छात्रों की गिरफ्तारी का आदेश वापस लें और सीजीएल परीक्षा की सीबीआई जांच कराएं। साथ ही, छात्रों के वर्तमान आंदोलन को खत्म करने के लिए सकारात्मक पहल करें।
छात्रों पर सरकार बना दबाव रही : मरांडी
हाल के दिनों में झारखंड में जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में कथित धांधली के मुद्दे को लेकर छात्र समुदाय में गुस्सा बढ़ गया है। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। बाबूलाल मरांडी का आरोप है कि राज्य सरकार ने छात्र आंदोलनकारियों पर दबाव बनाने के लिए कार्रवाई की है, जो न्याय की तलाश कर रहे हैं।