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Jharkhand Naxal News : मुठभेड़ में घायल नक्सलियों का कौन कर रहा इलाज, पुलिस ने लिया रडार पर

पलामू पुलिस ने विशेष अभियान के तहत 130 से अधिक झोलाछाप डॉक्टरों की पहचान की है जो नक्सलियों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं।

by Rakesh Pandey
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पलामू: झारखंड के पलामू जिले में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान पुलिस को मिले सुरागों से एक चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। मुठभेड़ों में घायल नक्सलियों का इलाज झोलाछाप डॉक्टर कर रहे हैं। यही नहीं, स्थानीय समर्थक उन्हें भागने के लिए गाड़ियां और संसाधन भी मुहैया करवा रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई से अब इन मददगारों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है।

130 से अधिक झोलाछाप डॉक्टरों की हुई पहचान, पुलिस कर रही सत्यापन

पलामू पुलिस ने विशेष अभियान के तहत 130 से अधिक झोलाछाप डॉक्टरों की पहचान की है जो नक्सलियों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं। पुलिस अब इनके नाम, पते और नेटवर्क का सत्यापन कर रही है। यह जांच नक्सली नेटवर्क की मेडिकल चेन का भंडाफोड़ कर सकती है।

केस स्टडी 01– टीएसपीसी कमांडर गौतम यादव का इलाज वाराणसी में

17 मई 2024 को मनातू थाना क्षेत्र में टीएसपीसी (TSPC) और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें जोनल कमांडर गौतम यादव उर्फ मिथिलेश यादव घायल हो गया था। इसके बाद एक झोलाछाप डॉक्टर ने उसका इलाज किया और स्थानीय समर्थकों की मदद से उसे वाराणसी पहुंचा दिया गया। बाद में पुलिस ने गौतम यादव को वाराणसी में गिरफ्तार कर लिया और इलाज नेटवर्क का खुलासा हो गया।

केस स्टडी 02– नक्सली नंदकिशोर यादव को मुखिया की मदद से इलाज

अप्रैल 2023 में पलामू-चतरा सीमा पर हुई एक मुठभेड़ में पांच लाख का इनामी नक्सली नंदकिशोर यादव उर्फ ननकुरिया घायल हुआ। उसे भी एक झोलाछाप डॉक्टर और स्थानीय मुखिया की मदद मिली। इलाज के बाद जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, तब इलाज चेन का दूसरा सिरा भी उजागर हुआ।

मुठभेड़ में बरामद डायरी से खुली मददगारों की पोल

पलामू में पुलिस और TSPC के बीच मुठभेड़ों के दौरान बरामद हुई एक डायरी ने नक्सल नेटवर्क की असलियत खोलकर रख दी है। इस डायरी में दर्ज हैं:-

स्थानीय मददगारों के नाम
किसके पास कौन सी गाड़ी, जेसीबी या ट्रैक्टर है
किस डॉक्टर ने कब और कहां इलाज किया
यह एक सुनियोजित मेडिकल और लॉजिस्टिक सपोर्ट सिस्टम की ओर इशारा करता है, जिसे नक्सलियों ने तैयार कर रखा है।

तीन नक्सली संगठनों के लिए अलग-अलग हैं मददगार, सामाजिक समीकरण भी प्रभावी

पलामू जिले में तीन अलग-अलग नक्सली संगठन भाकपा माओवादी, TSPC और JJMP सक्रिय हैं। हर संगठन के लिए अलग-अलग स्थानीय सहयोगी और नेटवर्क मौजूद हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इनके बीच प्रभाव क्षेत्र को लेकर संघर्ष भी होता रहा है।

SP रीष्मा रमेशन की अपील: नक्सलियों की मदद करने वालों पर होगी कठोर कार्रवाई

पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि जो भी व्यक्ति किसी भी रूप में नक्सलियों या उनके स्प्लिंटर ग्रुप्स की मदद करेगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आम जनता से अपील है कि ऐसे गतिविधियों से दूर रहें और पुलिस को जानकारी दें।

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