जोधपुर: राजस्थान के फलोदी कस्बे में एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। सोमवार देर रात कालू पाबूजी के क्षेत्र में एक दंपती ने अपने तीन मासूम बच्चों को पहले जहर देकर बेहोश किया और फिर चाकू से गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद पति-पत्नी ने खुद भी आत्महत्या की कोशिश की। इस भयावह घटना की जानकारी मंगलवार सुबह करीब 8:30 बजे मिली, जब पड़ोसियों ने घर के बाहर खून देखा।
घटना का विवरण
घटना के समय घर में दंपती शिवलाल और उसकी पत्नी जतनो देवी अपने तीन बच्चों – बेटा हरीश (9), बेटियां किरण (5) और नत्थू (3) के साथ थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बच्चों को पहले जहर दिया गया, उसके बाद उनके गले को चाकू से रेता गया और हाथ की नसें भी काटी गईं। इसके बाद पति-पत्नी ने भी आत्महत्या की कोशिश में अपने हाथ की नसें काटीं और जहर पी लिया।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पति-पत्नी को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू, ब्लेड और जहर की खाली बोतल बरामद की है। घर का आंगन खून से सना हुआ था और दरवाजे के नीचे कपड़े बिछाए गए थे, जिससे खून बाहर न निकले और किसी को शक न हो।
घरेलू विवाद बना वजह
पुलिस अधीक्षक पूजा अवाना ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि घटना से पहले दंपती के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसी के चलते यह खौफनाक कदम उठाया गया। यह भी बताया गया है कि शिवलाल उत्तराखंड की एक रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में ड्राइवर के रूप में काम करता है और हाल ही में अपने पुश्तैनी मकान से अलग होकर सरकारी टीन शेड में रह रहा था।
परिजनों का बयान
शिवलाल के पिता दीनाराम ने बताया कि सुबह उसकी मानसिक रूप से बीमार पत्नी घर से बाहर सड़क की तरफ जा रही थी। जब उन्होंने छोटी बहू से शिवलाल को बुलाने को कहा, तो वह उसके घर पहुंची। वहाँ से चीख-पुकार सुनाई दी और लोगों को घटना का पता चला। जब अंदर जाकर देखा गया तो तीनों बच्चों के शरीर पर कई कट के निशान थे और पास ही एक सेविंग ब्लेड पड़ी थी।
मामला दर्ज, पूछताछ जारी
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फिलहाल दंपती के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है, ताकि उनसे पूछताछ की जा सके। घटना के बाद इलाके में शोक और भय का माहौल है।