रांची : गुरुवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी के अवसर पर कांग्रेस भवन रांची में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर उनके कांग्रेस अध्यक्ष बनने तक के महत्वपूर्ण क्षणों पर आधारित चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का अवलोकन कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम जनता ने किया। सभी ने गांधी की प्रासंगिकता को समझा और उनके योगदान को सराहा। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने महात्मा गांधी के अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का मानना था कि हिंसा सिद्धांतिक रूप से गलत है और इसका विरोध हर किसी का कर्तव्य है। उन्होंने जो सत्याग्रह की नींव रखी, वह केवल सद्भावना और जनकल्याण के उद्देश्य से ही प्रभावी हो सकता है। साथ ही यह भी कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा गांधी के विचारों और संविधान को बदलने की कोशिश उचित नहीं हैं।
सभी जिले में समारोह का आयोजन
उन्होंने कहा कि यह देश गांधी का है और गांधी जी की प्रासंगिकता बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है। कांग्रेस इसके लिए सदैव तत्पर है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बताया कि यह शताब्दी समारोह राज्य के विभिन्न जिलों में भी आयोजित किया गया। जिसमें पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई थी। सभी पर्यवेक्षकों ने अपने प्रभार वाले जिलों में कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संचालित किया। कार्यक्रम के अंत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर तिवारी और आसिफ नईम के निधन पर दो मिनट का मौन धारण कर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
संगोष्ठी में जुटे नेता-कार्यकर्ता
इसके बाद कांग्रेस भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। वहीं अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस कमिटी की नेता रमा खलखो ने की। रांची ग्रामीण के जिलाध्यक्ष डॉ. राकेश किरण महतो ने कार्यक्रम का संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रदीप तुलस्यान ने किया। मौके पर डॉ. जयप्रकाश गुप्ता, कुमार गौरव, गुंजन सिंह, आलोक दूबे, विनय सिन्हा दीपू, डॉ. राजेश गुप्ता, अभिलाष साहु, राजन वर्मा, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, केके गिरी, शशिभूषण राय, गजेन्द्र सिंह, आभा सिन्हा, रियाज अंसारी, चंचल चटर्जी, नेली नाथन, सुरेन राम, जगदीश साहु, मनोज सहाय पिंकू, सत्यनारायण सिंह, राजू राम समेत अन्य मौजूद थे।