चतरा: झारखंड और बिहार के सीमावर्ती इलाके हंटरगंज प्रखंड में अपराधियों के हौसले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। यहां शराब तस्करी, नकली शराब का व्यापार और अवैध गतिविधियां अपने चरम पर हैं। शराबबंदी के बावजूद, बिहार से तस्करी के जरिए देशी-विदेशी शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। यही नहीं, महुआ शराब की भट्ठियां जंगलों में उद्योग का रूप ले चुकी हैं।
फायरिंग की घटना से इलाके में फैली दहशत
रविवार की रात हंटरगंज थाना क्षेत्र के सोहाद गांव स्थित सरकारी अंग्रेजी शराब दुकान पर अज्ञात अपराधियों ने सात राउंड गोलियां चलाईं। हालांकि, इस घटना के दौरान शराब दुकान बंद थी, और किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। गोली चलाने के बाद अपराधी अपने साथ खोखा लेकर घटनास्थल से फरार हो गए। शराब दुकान के कर्मचारियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से जानकारी ली।
सीसीटीवी की कमी से बढ़ सकती है कोई बड़ी घटना
शराब दुकान के कर्मचारियों और स्थानीय गार्ड के मुताबिक, कुछ अपराधी बिना किसी सूचना के शराब दुकान के बोर्ड पर गोली चला गए। फिर वे सभी हंटरगंज की ओर भाग गए। यह घटना रात के समय हुई, और दुकान के पास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। पुलिस की मानें तो यह अपराधियों द्वारा इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश हो सकती है, और अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में कोई बड़ी घटना घट सकती है।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू कर दी है। स्थानीय पुलिस के मुताबिक, अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जो भी सुराग मिलेगा, उसके आधार पर वे अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। यह घटना शराब तस्करी और अपराधियों की बढ़ती हिम्मत को दर्शाती है, जो इलाके में कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।