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पूर्व विधायक की बहू की गला दबाकर हत्या, हत्यारोपी बैंक कर्मी गिरफ्तार

by Neha Verma
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बलरामपुर: तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सुखदेव प्रसाद की बहू विनीता सरोज (40) की गला दबाकर हत्या कर दी गई और शव को गोंडा के एक नाले में फेंक दिया गया। पुलिस ने इस जघन्य हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारोपी एक निजी बैंक में काम करता है और हत्या का कारण अवैध संबंध बताया जा रहा है।

घटना की जानकारी और पुलिस की जांच

विनीता सरोज, जो बलरामपुर जिले के जिला पंचायत परिसर स्थित कंपोजिट विद्यालय में अनुदेशिका थीं, 1 अप्रैल को बाजार के लिए निकली थीं और उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला। उनके परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन जब कोई जानकारी नहीं मिली तो उनके पति मदन कुमार ने 2 अप्रैल को नगर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।

पुलिस ने विनीता के कॉल डिटेल्स की जांच की, तो पाया कि उसकी बात HDFC बैंक के एक कर्मचारी उमेश कुमार से हुई थी। पुलिस ने उमेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआत में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन बाद में उसने सच्चाई उगल दी।

हत्या की कहानी

पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि उमेश कुमार ने स्वीकार किया कि विनीता से उसकी नजदीकियां थीं और उनके बीच विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन उमेश ने विनीता को घुमाने के बहाने अपने साथ गोंडा ले गया। गोंडा पहुंचने पर उसने विनीता का गला दुप्पटे से दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद, उसने शव को खरगूपुर के गोनरिया नाले में फेंक दिया।

पुलिस द्वारा बरामद साक्ष्य

पुलिस ने उमेश की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कार, विनीता का दुप्पटा और मोबाइल फोन बरामद किया। विनीता का शव बृहस्पतिवार को पुलिस ने गोंडा के खरगूपुर क्षेत्र में स्थित नाले से बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पूर्व विधायक और उनका परिवार

पूर्व विधायक सुखदेव प्रसाद, जो 1962 और 1967 में तुलसीपुर से जनसंघ के विधायक रह चुके थे, अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी सहयोगियों में से एक थे। सुखदेव प्रसाद का निधन करीब दो साल पहले हो चुका था। उनका छोटा बेटा मनोज कुमार आर्य वर्तमान में बीजेपी के अनुसूचित मोर्चा के जिला महामंत्री हैं। विनीता सरोज और उनके पति मदन कुमार आर्य पूर्व विधायक की देखभाल करते थे।

आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस का बयान

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उमेश कुमार की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ और इस जघन्य हत्या को सुलझाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी को जल्द ही न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा।

यह घटना समाज के उन पहलुओं को उजागर करती है जहां अवैध संबंधों के चलते जघन्य अपराध किए जाते हैं। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार किया और सभी महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए हैं, जो मामले की सच्चाई को साबित करते हैं।

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