- मसानजोर डैम से लौटते वक्त हुई सड़क दुर्घटना
दुमका: रविवार को मसानजोर डैम से पिकनिक मना लौट रहे एक परिवार के तीन सदस्य सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए। इस हादसे में एक ऑटो चालक समेत चार लोगों की मौत हो गई, जिससे पूरे शहर में गमगीन माहौल बन गया। दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों का पोस्टमार्टम फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया गया, जहां अस्पताल परिसर में दिनभर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
पोस्टमार्टम के दौरान गमगीन माहौल
हादसे में मृतकों के परिजनों का दर्द अस्पताल में साफ देखा जा सकता था। शवगृह के बाहर चित्कारें गूंज रही थीं, और हर किसी की आंखों में आंसू थे। शिवपहाड़ और कड़हलबील के बाप-बेटी और पत्नी के शवों को देखने के लिए उनके रिश्तेदारों और परिवार वालों का जमावड़ा था। इस दौरान घायलों में से एक, रौशन, गंभीर रूप से घायल था और अस्पताल में दर्द से कराह रहा था। रौशन को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है।
पूर्व सांसद और विधायक ने परिजनों को दी सांत्वना
पूर्व सांसद सुनील सोरेन और झामुमो के जामा विधायक डॉ. लुईस मरांडी ने अस्पताल पहुंचकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। सोरेन ने सरकार से मृतकों के आश्रितों के लिए मुआवजा देने की मांग की। इसके साथ ही अस्पताल प्रबंधन पर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में देरी करने का आरोप भी लगाया।
ओटो चालक की पहचान, मुआवजे की मांग
इस दुर्घटना में घायल ओटो चालक की पहचान सुमित नाग के रूप में हुई, जो रामगढ़ जिले के कड़बिधा का निवासी था। ओटो चालक संघ और उनके परिवार ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि मसानजोर डैम में बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगानी चाहिए। झामुमो विधायक डॉ. लुईस मरांडी ने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव मदद का वादा किया।
बोटिंग की आखिरी तस्वीर
मसानजोर डैम में बोटिंग करते वक्त कोई नहीं जानता था कि यह यात्रा एक त्रासदी में बदल जाएगी। घटना से चंद घंटे पहले, संजय साह और उनके परिवार के सदस्य, जो बोटिंग कर रहे थे, की एक तस्वीर अब यादों में दफन हो गई है। घर लौटते वक्त एक ट्रक की टक्कर से संजय, उसकी पत्नी पूनम, और बेटी मुस्कान समेत ऑटो चालक की मौत हो गई। इस दुर्घटना में संजय का बेटा रौशन और अन्य रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हो गए।