पलामू: कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के गिरोह से जुड़े चार अपराधियों को गिरफ्तार करने में पलामू पुलिस ने सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से पुलिस ने दो देसी पिस्टल भी बरामद किया है। इस गिरफ्तारी को पलामू पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस की एक विशेष टीम इन गिरफ्तार किए गए अपराधियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में कई नए खुलासे होने की बात कही जा रही है।
पत्थर खदान के संचालकों से मांगी जा रही थी रंगदारी
पलामू जिले में पिछले दिनों पत्थर खदान का संचालन करनेवाले कई लोगों से रंगदारी की मांग की गई थी। ज्यादातर रंगदारी मोबाइल पर वर्चुअल मैसेज भेजकर की जा रही थी। इस तरह रंगादारी मांगे जाने से पत्थर संचालकों में भय का माहौल बन गया था और वह अपनी सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित थे। अपराधियों की ओर से रंगदारी मांगे जाने की सूचना पुलिस तक पहुंच गई थी। इसके बाद पुलिस की ओर से रंगदारी मांगनेवाले लोगों के डिटेल निकाले जा रहे थे। तफ्तीश भी की जा रही थी। इसी कड़ी में पलामू जिले की पुलिस को यह सफलता मिली है।
बिहार, बंगाल, गुजरात सहित कई राज्यों मे की गई छापेमारी
बताया जाता है कि पत्थर खदान संचालकों से रंगदारी मांगे जाने के मामले को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मैसेज भेजकर रंगदारी मांगनेवालों की गहराई से छानबीन के क्रम में पुलिस को यह पता चल गया था कि मामले के तार कई दूसरे राज्योंसे भी जुड़े हुए हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पलामू पुलिस बिहार, बंगाल, गुजरात समेत कई इलाकों में छापेमारी कर रही थी।
रंगदारी मांगनवालों तक पहुंच गए पुलिस के हाथ
जांच-पड़ताल व अपराधियों तक पहुंचने की कवयद में जुटी पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिल गई जब पुलिस के हाथ रंगदारी मांगनेवालों तक पहुंच गए। रंगदारी मांगने के आरोपियों को किस स्थान से और किस तरह गिरफ्तार किया गया, फिलहाल इसकी विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस के अनुसा प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी। इतना जरूर बताया गया कि पत्थर खदान संचालकों को मैसेज भेजने वाले को गिरफ्तार किया गया है। बताते चले कि बीते दिनों सुजीत सिन्हा गिरोह के द्वारा पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र में एक स्टोन माइंस पर हमला भी किया गया था। इस हमले के बाद से पुलिस और अधिक सक्रिय हो गई थी।