चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय के सभागार में शनिवार को पीसी-पीएनडीटी जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त चंदन कुमार ने की। इस दौरान सहायक समाहर्ता सिद्धांत कुमार, सिविल सर्जन डॉ. सुशांतों माझी, तीनों अनुमंडल के एसडीओ समेत समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में कुल 20 अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं, जिनमें से 13 फिलहाल सक्रिय हैं। राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत अब तक 5 अल्ट्रासाउंड संस्थानों के साथ सहमति पत्र (एमओयू) किया गया है, ताकि गर्भवती महिलाओं को कम-से-कम एक बार निःशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जा सके।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि डीआईएमसी के माध्यम से सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए और अगली बैठक में निरीक्षण का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। साथ ही सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों को ऑनलाइन फॉर्म-एफ भरने के लिए निर्देशित किया गया।
बैठक में आकांक्षा सृष्टि (चक्रधरपुर), ओम स्कैनिंग सेंटर और हेल्थ मैप (थाना रोड) के आवेदन पर विचार किया गया। इन केंद्रों को मशीनों के नवीनीकरण और स्थानांतरण की अनुमति दी गई। भ्रूण लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम को लेकर प्रचार-प्रसार अभियान को और प्रभावी बनाने पर विशेष जोर दिया गया।
इसके अलावा अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगन्नाथपुर और मनोहरपुर में डीएमएफटी मद से प्राप्त अल्ट्रासाउंड मशीनों के बेहतर उपयोग को लेकर निर्देश जारी किए गए। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि निजी संस्थानों में जो निःशुल्क अल्ट्रासाउंड सेवा दी जाएगी, उसका भुगतान स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाएगा।
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