सेंट्रल डेस्क : साल 2024 अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है और इस वर्ष ने हमें कई शानदार व्यक्तित्वों से अलविदा लेने के लिए मजबूर किया। जहां एक ओर यह साल कुछ लोगों के लिए शानदार रहा, वहीं दूसरी ओर कई बड़े नामों ने हमें छोड़ दिया, जिनका योगदान हमारी जिंदगी में अनमोल था। इस वर्ष के अंत में हम उन महान हस्तियों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्होंने दुनिया को अलविदा कहा और जिनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी।
रतन टाटा
भारत के उद्योगपति और टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष, रतन टाटा का 9 अक्टूबर 2024 को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे और मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने कई महत्वपूर्ण सफलता हासिल की और उन्होंने भारतीय उद्योग को नई दिशा दी। उनका योगदान भारतीय उद्योग जगत में अतुलनीय रहेगा, और उनके द्वारा स्थापित मूल्यों को आने वाली पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी।
शारदा सिन्हा
बिहार की स्वर कोकिला और प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा का 5 नवंबर 2024 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वह पिछले कुछ वर्षों से Multiple Myeloma जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। शारदा सिन्हा ने लोक गायन में अनमोल योगदान दिया और बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए गायन किया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनका संगीत हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगा।
रामोजी राव
भारतीय मीडिया और फिल्म उद्योग के एक महान नेता और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक, रामोजी राव का 8 जून 2024 को हैदराबाद में निधन हो गया। 87 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को छोड़ दिया। उनका जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेदापरुपुडी गांव में हुआ था। रामोजी राव ने 1996 में दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी का निर्माण किया, जो आज भी एक मील का पत्थर है। उन्होंने मीडिया, फिल्म निर्माण, पर्यटन, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में अपने योगदान से लाखों लोगों को रोजगार दिया। उनके योगदान को भारतीय मीडिया और फिल्म उद्योग हमेशा याद रखेगा।
सीताराम येचुरी
सीपीएम के महासचिव और भारतीय राजनीति के प्रमुख नेता सीताराम येचुरी का 12 सितंबर 2024 को निधन हो गया। वह लंबे समय से सांस संबंधी संक्रमण से जूझ रहे थे और एम्स में भर्ती थे। 19 अगस्त को उन्हें निमोनिया के कारण भर्ती किया गया था। उनकी राजनीतिक यात्रा और योगदान भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण रहे हैं।
नटवर सिंह
पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का 10 अगस्त 2024 को निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। नटवर सिंह ने अपने लंबे कॅरियर में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं और भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया था।
पंकज उधास
मशहूर गजल गायक पंकज उधास का 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया। उनकी गजलों ने हमेशा लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। उनका योगदान भारतीय संगीत जगत में अहम रहेगा, और उनकी गजलें हमेशा संगीत प्रेमियों के दिलों में बसेंगी।
एसएम कृष्णा
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा का 10 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। 92 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ। एसएम कृष्णा को कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा, खासकर बुनियादी ढांचे के विकास में उनके योगदान के लिए। उनका नाम भारतीय राजनीति में हमेशा सम्मान से लिया जाएगा।
शशि रुइया
एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशि रुइया का 5 नवंबर 2024 को निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे और टेक्नोलॉजी तथा व्यापार के क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय था। उन्होंने मेटल से लेकर टेक्नोलॉजी तक के कई क्षेत्रों में काम किया और अपने योगदान से हमेशा याद किए जाएंगे।
रोहित बल
प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर रोहित बल का 2 नवंबर 2024 को 63 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह दिल से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित थे। अपने 30 साल के लंबे करियर में उन्होंने बॉलीवुड और हॉलीवुड के दिग्गज सितारों के लिए फैशन डिजाइन किए। उनका काम भारतीय फैशन उद्योग में हमेशा याद रखा जाएगा।
ईवीकेएस एलंगोवन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ईवीकेएस एलंगोवन का 14 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। वह 75 वर्ष के थे और तमिलनाडु के समाजिक-राजनीतिक इतिहास में उनका महत्वपूर्ण स्थान था। वह पेरियार परिवार से थे और समाजिक सुधार के क्षेत्र में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण था।
जाकिर हुसैन
भारत के प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन का 16 दिसंबर 2024 को निधन हो गया। उन्होंने 73 साल की उम्र में सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके संगीत में भारतीय कला और संस्कृति की गहरी छाप थी और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
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