नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में भारत को 6 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम को न सिर्फ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) गंवानी पड़ी, बल्कि वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के मौजूदा चक्र में भी फाइनल की रेस से बाहर हो गए। इस हार के बाद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक बार फिर भारतीय खिलाड़ियों के लिए अपनी दृष्टि साझा की है, खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के लिए।
गंभीर ने दी घरेलू क्रिकेट खेलने की सला
सिडनी टेस्ट हार के बाद गौतम गंभीर ने भारतीय खिलाड़ियों के भविष्य के बारे में अपनी राय दी और विशेष रूप से विराट कोहली और रोहित शर्मा को एक महत्वपूर्ण सलाह दी। गंभीर ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए, यदि वे उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू क्रिकेट से खिलाड़ी न सिर्फ अपनी फॉर्म में वापसी कर सकते हैं, बल्कि टीम इंडिया के लिए भी यह महत्वपूर्ण होगा।
हालांकि, विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी करना कोई आसान कदम नहीं होगा, क्योंकि दोनों लंबे समय से घरेलू क्रिकेट से दूर हैं। दोनों खिलाड़ी अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर ही फोकस कर रहे हैं और उनके लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना एक बड़ा कदम हो सकता है।
कोहली और रोहित का घरेलू क्रिकेट से दूरी बनाए रखना
विराट कोहली ने आखिरी बार नवंबर 2012 में दिल्ली की ओर से रणजी ट्रॉफी मैच खेला था, जबकि रोहित शर्मा ने नवंबर 2016 में मुंबई की ओर से रणजी मैच खेला था। इस तरह, दोनों खिलाड़ी काफी लंबे समय से घरेलू क्रिकेट से दूर हैं। हालिया समय में जब भारतीय टीम की फॉर्म में गिरावट आई है, तो इन दोनों दिग्गजों से उम्मीद की जा रही थी कि वे घरेलू क्रिकेट में उतरकर अपनी फॉर्म को पुनः प्राप्त करें।
गौतम गंभीर का मानना है कि अगर खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में भी हिस्सा लेना चाहिए। गंभीर ने यह भी कहा कि अगर दोनों खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट को ऊंचाईयों तक ले जाना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में उतरकर अपनी फिटनेस और फॉर्म पर काम करना चाहिए।
क्या कोहली-रोहित करेंगे गंभीर की बात मानी?
कोहली और रोहित के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि हाल के समय में दोनों की फॉर्म में गिरावट देखी गई है। खासकर ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर दोनों खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे। अब यह सवाल उठता है कि क्या ये दोनों खिलाड़ी गंभीर की सलाह को स्वीकार करेंगे और रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू मैचों में हिस्सा लेंगे?
गंभीर का मानना है कि किसी भी खिलाड़ी का भविष्य उसके प्रदर्शन पर निर्भर करता है, और अगर कोहली और रोहित में भारतीय क्रिकेट को लेकर भूख और प्रतिबद्धता है, तो उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
गंभीर की कोचिंग के दौरान खिलाड़ियों के लिए कड़ी नीतियां
गौतम गंभीर, जो भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ के बाद बने हैं, ने हमेशा खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की सलाह दी है। उन्होंने अपने समय में खिलाड़ियों को आराम के बारे में सोचने की बजाय अपने देश के लिए खेलने को प्राथमिकता देने की बात की थी। यही वजह है कि जब रोहित शर्मा और विराट कोहली श्रीलंका दौरे पर आराम लेना चाहते थे, तो गंभीर ने उन्हें सख्त अनुशासन के साथ खेलने की सलाह दी थी।
क्या होगी दोनों की प्रतिक्रिया?
गंभीर की सलाह अब विराट कोहली और रोहित शर्मा पर लागू होती है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे घरेलू क्रिकेट में वापसी करेंगे या फिर अपनी आराम की स्थिति बनाए रखेंगे। अगर ये दोनों खिलाड़ी गंभीर की सलाह मानते हैं तो न केवल उनकी व्यक्तिगत फॉर्म में सुधार हो सकता है, बल्कि टीम इंडिया को भी लाभ होगा।
गौतम गंभीर की यह सलाह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के लिए। यदि ये दोनों खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में वापसी करते हैं, तो न केवल उनका व्यक्तिगत खेल बेहतर हो सकता है, बल्कि टीम इंडिया को भी इसका फायदा मिलेगा। अब देखना यह होगा कि क्या ये दोनों अपने कोच की सलाह को मानते हैं और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए अपना योगदान देते हैं।