लखनऊ : गंगा दशहरा के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा, लेकिन श्रद्धा के इस पर्व पर कई परिवारों की खुशियां मातम में बदल गईं। प्रदेश भर में गंगा, यमुना और गोमती नदी में स्नान करने के दौरान कम से कम 17 लोगों की डूबकर मौत हो गई। सबसे अधिक 7 लोगों की मौत कानपुर में हुई है। हादसों की ये श्रृंखला पूरे राज्य में हड़कंप का कारण बन गई हैं।
किन जिलों में हुई डूबने से मौतें?
जिला | मौतों की संख्या |
---|---|
कानपुर | 7 |
बदायूं | 2 |
शाहजहांपुर | 2 |
फिरोजाबाद | 2 |
रामपुर | 1 |
फर्रुखाबाद | 1 |
सुलतानपुर | 1 |
अलीगढ़ | 1 |
कानपुर में बच्ची को बचाने गए दो युवकों की भी मौत |
कानपुर में एक मासूम बच्ची गंगा में डूबने लगी। उसे बचाने के प्रयास में दो युवक भी जल में समा गए। गोताखोरों की मदद से तीनों को बाहर निकाला गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीनों एक ही परिवार से थे और मुंडन संस्कार के लिए आए थे।
अन्य जिलों से आईं दुखद खबरें
- फर्रुखाबाद: नहाने के दौरान एक युवक गंगा में डूबा।
- बदायूं: आठ वर्षीय लखन और 12 वर्षीय अमन की डूबने से मौत।
- शाहजहांपुर: शीलू और सत्यम की दर्दनाक मौत।
- फिरोजाबाद: 16 वर्षीय रोहित और 8 वर्षीय अभिषेक डूबे।
- रामपुर: हल्द्वानी से आए देवकी नंदन की रामगंगा में डूबने से मृत्यु।
- सुलतानपुर: दो किशोर गोमती में डूबे, एक की मौत।
- अलीगढ़: अतरौली निवासी रवि कुमार की गंगा स्नान के दौरान मौत।
कई श्रद्धालुओं को गोताखोरों ने बचाया
इन हादसों के बावजूद एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों की तत्परता से कई लोगों की जान बचाई जा सकी। संभल, सुल्तानपुर और हजारा जैसे स्थानों पर डूब रहे लोगों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया।
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