- धोखे में रखकर निकाली गई थी 1.47 लाख की पूरी राशि
Garhwa (Jharkhand) : झारखंड के गढ़वा जिले में मनरेगा योजना में हुई अनियमितता का एक मामला सामने आया है। यहां एक बिचौलिए ने रंका प्रखंड की तमगे खुर्द पंचायत में एक महिला को धोखे में रखकर पशु शेड निर्माण के लिए मिली पूरी राशि निकाल ली। हालांकि, मामले की शिकायत मिलने पर बीडीओ शुभम् बेला तोपनो ने तुरंत कार्रवाई करते हुए न केवल राशि वापस कराई, बल्कि दोषियों पर जुर्माना भी लगाया।
यह घटना वित्तीय वर्ष 2020-21 की है, जब संगीता देवी को 1.47 लाख रुपए की लागत से गाय शेड बनाने की स्वीकृति मिली थी। आरोप है कि मनरेगा योजना में सक्रिय बिचौलिए ने अधिकारियों की मिलीभगत से बिना कोई काम किए पूरी राशि की निकासी कर ली। जब लाभुक महिला ने शेड निर्माण के लिए बिचौलिए पर दबाव बनाया, तो वह हमेशा टालमटोल करता रहा। उसने सिर्फ एक दीवार बनाकर छोड़ दी, जिसके बाद महिला ने अप्रैल महीने में बीडीओ से शिकायत की।
उपायुक्त के निर्देश पर हुई कार्रवाई
शिकायत के बाद भी कार्रवाई में देरी हुई, जिसके बाद महिला ने 25 अगस्त, 2025 को उपायुक्त, गढ़वा को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई। उपायुक्त ने तुरंत बीडीओ को मामले की जांच करने का निर्देश दिया। जांच में आरोप सही पाए जाने पर बीडीओ ने बिचौलिए से 65,455 रुपए वसूल की।
इसके अलावा, योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने के आरोप में पंचायत सचिव, मुखिया और कनीय अभियंता पर भी ₹1000 का अर्थदंड लगाया गया है। बीडीओ ने बताया कि इस मामले में शामिल बिचौलिए के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, और प्रखंड में सक्रिय अन्य बिचौलियों और उन्हें बढ़ावा देने वाले अधिकारियों को भी चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।