नई दिल्ली/Gautam Adani: पिछले साल अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा एक रिपोर्ट जारी कर अदाणी ग्रुप पर स्टॉक की कीमतों में उलटफेर और टैक्स हेवन का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए गए थे। इस मामले के एक साल के बाद गौतम अदाणी ने इसे अदाणी इंटरप्राइजेज को बदनाम करने की मंशा से जारी रिपोर्ट बताया है। गौतम अदाणी ने कहा कि ‘हिंडनबर्ग रिपोर्ट हमें बदनाम करने के लिए तैयार की गई थी’।
Gautam Adani: रिपोर्ट पर हुआ था विवाद
गौतम अदाणी और अदाणी इंटरप्राइजेज के विषय में हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर काफी विवाद पर हुआ था। इसकी काफी आलोचना भी की गई थी। अब गौतम अदाणी ने इस रिपोर्ट को सरासर गलत बताते हुए इसे स्वयं को बदनाम करने की साजिश कहा है।
Gautam Adani: कोई भी चुनौती नहीं कर सकती हमें कमजोर
अदाणी एंटरप्राइजेज की 32वीं एनुअल जनरल मीटिंग को संबोधित करते हुए अरबपति उद्योगपति गौतम अदाणी ने अपना पक्ष रखते हुए यह बात कही। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप न केवल बचा, बल्कि इस स्थिति से और भी मजबूत होकर उभरा। इसके खिलाफ हमारी लड़ाई में हुई जीत ने यह साबित किया कि कोई भी चुनौती अदाणी ग्रुप की नींव को कमजोर नहीं कर सकती।
Gautam Adani: झेलने पड़े थे वित्तीय जोखिम
हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा जारी इस रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप को शेयर बाजार में गिरावट और परेशानियों का सामना करना पड़ा था। अदाणी ग्रुप को वित्तीय जोखिम झेलने पड़े, इसके साथ ही उसकी प्रतिष्ठा को भी झटका लगा था।
Gautam Adani: सुप्रीम कोर्ट ने दी क्लीनचिट
गौतम अदाणी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी हमें क्लीनचिट दे दी और सभी आरोपों को खारिज कर दिया। हमारा निवेशकों का भरोसा और हित हमारे लिए सर्वोपरि है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर के आरोप लगाने के बाद अदाणी ग्रुप द्वारा निवेशकों को एफपीओ (FPO) के द्वारा इकट्ठा की गई 20,000 करोड़ की राशि वापस की गई थी।
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