गोरखपुर : गाजीपुर सड़क हादसे में शिकार हुए मृतक गोरखपुर के बांसगांव के हरदीचक गांव के थे। उनके शव को सड़क पर रखकर नाराज लोगों ने प्रदर्शन किया और परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक मदद की मांग की।
पिकअप पर सवार सभी 24 श्रद्धालु अपने परिवार के साथ महाकुंभ से स्नान कर हंसी-खुशी घर लौट रहे थे, लेकिन सड़क हादसे ने उनके सपनों को कुचल कर रख दिया। पिकअप वैन ओवरटेक करते वक्त ट्रेलर के नीचे समा गई, और आठ लोगों की जान चली गई। इनमें पांच साल की बच्ची और उसके पिता भी शामिल थे। हादसे ने घरों में गम का मंजर ला दिया और गांव में गहरी शांति छा गई।
गांव में शोक और गम का माहौल
हादसे की जानकारी मिलते ही गांव में कोहराम मच गया और परिवार के सदस्य एक-दूसरे से कुशलक्षेम पूछने के लिए घरों में पहुंचने लगे। घर लौटने से कुछ घंटे पहले ही इस हादसे ने बांसगांव और आसपास के गांवों को हिला दिया है। गांव में शोक और गम का माहौल है। मृतकों में पांच साल की बच्ची नित्या सिंह, उसके पिता अमर सिंह शामिल हैं।
लोगों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस दर्दनाक हादसे ने सभी को गहरे शोक में डुबो दिया है। अस्पताल में भर्ती घायलों की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है, जिला प्रशासन ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को सभी संभव मदद का आश्वासन दिया है।
पिकअप से 24 लोग गए थे प्रयागराज
बासगांव थाना के बल्लूचक गांव में रहने वाले धर्मवीर सिंह अपनी पिकअप से हरदीचक, दोहरीघाट, सुआपुर व डोमरहा के 24 लोगों को लेकर महाकुंभ में स्नान के लिए 24 जनवरी को प्रयागराज गए थे। गांव के लोगों ने बताया कि निजी कंपनी में काम करने वाले अमर सिंह 22 जनवरी को ही दिल्ली से लौटे थेे।उनकी मृत्यु की खबर मिलने के बाद घर में कोहराम मचा है।
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