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Ghatshila: हलुदबनी गांव के समीप जंगल में अवैध रूप से भंडारण किया गया लकड़ी का मिला जखिरा

20 से 25 लाख लकड़ी की हो सकती है कीमत, वन विभाग की उड़ी नींद

by Anurag Ranjan
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घाटशिला : घाटशिला वन क्षेत्र में किस प्रकार धड़ल्ले से वनों की कटाई हो रही और वन माफिया इस प्रकार निडर होकर लकड़ी का बेखौफ भंडारण कर रहे है। इसका उदाहरण देखना है तो हेंदलजुड़ी पंचायत के हलुदबनी गांव में देखा जा सकता है। यहां पर लकड़ी का डीपो नही लकड़ी का जखिरा का भंडाफोर हो रहा है। यहां कितना लकड़ी मिला है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वन विभाग शनिवार की रात्री से 8 से 10 ट्रैक्टर, पिकअप समेत अन्य वाहन लकड़ी को ढ़ो ढ़ोकर घाटशिला ला रही थी। यह क्रम रविवार को संध्या चार बजे तक चला, लेकिन लकड़ी खत्म होने का नाम नही ले रहा है।

जब्त की गई लकड़ी का कीमत अनुमानित 20 से 25 लाख रुपया की है। दूसरी ओर देर शाम जब्त लकड़ी घाटशिला लाने के बाद वनकर्मी पुरे जांच पड़ताल में जुट गये है। वन विभाग की माने तो पोटास एवं एकाशिया की लकड़ी ही ज्यादा है लेकिन उनके आड़ में कई सारे मंहगी लकड़ी के इसमें शामिल होने की संभावना जतायी जा रही है। इस वन क्षेत्र में वनरक्षी के रुप में आकाश षाड़ंगी कार्यरत थे।

जानकारी के अनुसार वन विभाग के एक वरिय अधिकारी को गुप्त सूचना मिली थी कि हेंदलजुड़ी पंचायत के हलुदबनी एकाशिया जंगल में बड़े मात्रा में वन माफियाओं द्वारा लकड़ी का भंडारण किया गया था। वरिय अधिकारी के निर्देश पर शनिवार को रात से ही जोरजार अभियान चलाया गया। इस दौरान जेसीबी, पीक अप वैन, 8 से 10 ट्रैक्टर को लेकर वनकर्मी पहुंचे। वनकर्मी को देख लकड़ी माफिया वहां से फरार हो गया है। इसके बाद लकड़ी जब्त कर घाटशिला लाने की पहल शुरु हुई. दूसरी ओर वन विभाग के कर्मचारी को लकड़ी का इतना बड़ा भंडारण देखकर निंद उड़ गई।

मामले की जानकारी डीएफओ के साथ साथ रेंजर को भी दिया गया लेकिन रविवार को दिन के 1 बजे तक रेंजर इसकी सुधी नही नही पहुंचे. क्योंकि उन्हे कई वन क्षेत्र के प्रभार मिला हुआ है। हालांकि सभी भंडारण किये लकड़ी का घाटशिला देरशाम तक लाया गया। बता दें कि वनों की सुरक्षा को लेकर हर पंचायत में वन सुरक्षा समिति के साथ साथ वनरक्षी को नियुक्त किया गया है बावजूद इसके इस प्रकार भंडारण होने और वन विभाग के कर्मचारियों को ना मालुम होना, लोगों को पच नही पा रहा है। इस संबंध में वनरक्षी आकाश षाड़ंगी ने कहा कि वह पिछले आठ महिने से प्रशिक्षण लेने बाहर गए थे, दो सप्ताह पहले ही वनक्षेत्र में योगदान किया है। इस भंडारण की जानकारी उन्हे नही है।

वहीं डीएफओ सबा अहमद अंसारी ने कहा कि अवैद्य भंडारण किये गये लकड़ी के जकिरा को जब्त कर घाटशिला वन विभाग लाया गया है, इसे किसने भंडारण किया था और लकड़ी कहा से लाकर भंडारण हुई थी जांच के बाद दोषियों पर निश्चित तौर पर कारवाई की जायेगी। साथ ही अगर इसमें हमारे वनकर्मी भी दोषी पाये जाते है तो उनपर भी कार्रवाई होगी। उन्होंने कि जांच चल रही है, भंडारण किये लकड़ी की कीमत 20 लाख तक हो सकती है।

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