गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले के घोरथम्बा में होली के जुलूस को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प और आगजनी की घटना के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने अब तक 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि 80 नामजद और 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
घोरथम्बा ओपी पुलिस ने रविवार को बताया कि साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के प्रयास के तहत केस दर्ज किया गया है। गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार के निर्देश पर घटनास्थल पर तैनात दंडाधिकारी सुरेश बरनवाल के आवेदन के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों समुदाय के 40-40 लोगों पर नामजद और अज्ञात 250 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके बाद, पुलिस टीम ने छापेमारी कर दोनों समुदाय के 11-11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
स्थिति में सुधार और शांति-व्यवस्था बहाल
रविवार को स्थिति सामान्य करने के लिए खोरीमहुआ अनुमंडल कार्यालय में दोनों समुदायों के लोगों के साथ अधिकारियों ने बैठक की। बैठक में एसडीएम अनिमेष रंजन और एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने घटना की कड़ी निंदा की। साथ ही कहा कि स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है। अब स्थिति लगभग सामान्य है। बैठक में दोनों समुदायों के लोगों ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और यह स्पष्ट किया कि इलाके में शांति-व्यवस्था बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्वों ने ही माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी।
बैठक में उपस्थित लोग
सफीक अंसारी, गौतम सिंह, असगर अली, रामेश्वर चौधरी, राजू पांडेय, अजय रंजन, जयप्रकाश साहा, बसंत भोक्ता, नरेश विश्वरकर्मा, उदय सिंह, अशोक राय एवं अन्य।
पुलिस जांच और सामाजिक शांति के प्रयास
एक पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आगे भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। पुलिस दोनों समुदायों के नेताओं के साथ मिलकर सतर्कता बढ़ाने और साम्प्रदायिक सद्भाव को बनाए रखने के लिए प्रयासरत है।