Giridih (Jharkhand) : गिरिडीह जिले की डुमरी पंचायत में एक पंचायत सेवक द्वारा कीटनाशक खाकर आत्महत्या करने के मामले को झारखंड सरकार ने गंभीरता से लिया है। इस घटना के बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जिले के उपायुक्त (DC) को विस्तृत जांच करने का आदेश दिया है। सरकार के आदेश पर डीसी रामनिवास यादव ने मामले की तह तक जाने के लिए एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है। इसके साथ ही कमेटी मामले की जांच में जुट गई है।
डीसी द्वारा गठित इस जांच कमेटी में अपर समाहर्ता विजय सिंह बिरुआ, सरिया बगोदर के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) संतोष कुमार गुप्ता, मुख्यालय के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नीरज कुमार सिंह और डॉ. रवि महर्षि को शामिल किया गया है। कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। इस क्रम में जांच टीम डुमरी अनुमंडल कार्यालय पहुंची। वहां कमेटी के सदस्यों ने डुमरी प्रखंड के कई कर्मचारियों के अलावा प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) से भी इस मामले में पूछताछ की।
विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस बल तैनात
पंचायत सेवक की इलाज के दौरान मौत के बाद क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना या विधि-व्यवस्था भंग होने की आशंका को देखते हुए डुमरी के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) ने इलाके में दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती कर दी है। पुलिस भी इस मामले को लेकर पूरी तरह से सतर्क है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सुमीत कुमार राजावत ने कहा कि पंचायत सेवक की मौत के मामले की जांच प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस भी अपने स्तर पर इस पूरे घटनाक्रम की गहन छानबीन में जुटी हुई है, ताकि आत्महत्या के सही कारणों का पता लगाया जा सके और यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा सके।