गोड्डा: गोड्डा जिला अंतर्गत बंका कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में शुक्रवार को फूड प्वॉइजनिंग का गंभीर मामला सामने आया है। विद्यालय में नाश्ते के बाद दर्जनों बच्चियों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें आनन-फानन गोड्डा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कई बच्चियों की हालत गंभीर, ऑक्सीजन सपोर्ट पर
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, करीब 80 बच्चियां विषाक्त भोजन के कारण बीमार हुई हैं। कई छात्राओं की हालत इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ा। अस्पताल परिसर में कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियों की भारी भीड़ देखी जा रही है और स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम इलाज में जुटी हुई है।
बच्चियों का आरोप – सब्जी और चूड़ा में थी छिपकली
अस्पताल में भर्ती बच्चियों ने बताया कि उन्हें नाश्ते में चूड़ा और सब्जी दी गई थी। खाना खाने के करीब 10 मिनट बाद ही उन्हें पेट दर्द, सिरदर्द और उल्टियों की शिकायत शुरू हो गई। कुछ छात्राओं ने आशंका जताई कि खाने में छिपकली गिरी हुई थी, जिससे यह स्थिति बनी।
पहले भी आ चुका है ऐसा मामला
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि एक साल पहले भी ऐसा ही मामला हुआ था, जब सब्जी में छिपकली देखी गई थी, लेकिन उस वक्त उन्होंने खाना नहीं खाया था। इस बार छिपकली नजर नहीं आई, और भोजन कर लेने के तुरंत बाद ही तबीयत बिगड़ गई।
स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम सक्रिय
बच्चियों की बिगड़ती हालत को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह एक्टिव हो गया है। सदर अस्पताल के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ लगातार निगरानी और इलाज में जुटे हुए हैं।
वहीं, पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया है और बच्चियों से पूछताछ कर रहा है। हालांकि, अब तक जिला प्रशासन का कोई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। इससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है।
अस्पताल में अफरा-तफरी, परिजनों में चिंता
जैसे ही खबर फैली, अस्पताल में परिजनों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई बच्चियां अब भी गंभीर हैं और ऑब्जर्वेशन में रखी गई हैं। अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। इस घटना ने विद्यालय की खानपान व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और खाद्य सामग्री के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
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