Godda (Jharkhand) : झारखंड के गोड्डा जिला स्थित सुंदरपहाडी थाना क्षेत्र के डाहूबेड़ा गांव में रविवार को एक हृदय विदारक घटना हुई। गांव में जलमीनार ढहने से पांच बच्चे उसके नीचे दब गए, जिनमें से दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, तीन बच्चों की हालत चिंताजनक बनी हुआ है। घटना के बाद घायल बच्चों को इलाज के लिए स्थानीय सदर अस्पताल में ले जाया गया। मृतकों में छह वर्षीय धर्मेंद्र पहाड़िया और पांच वर्षीय मैसा पहाड़िया शामिल हैं। दोनों डाहूबेड़ा गांव के ही क्रमश: रमेश पहाड़िया और जेठरो पहाड़िया के पुत्र थे।
डीसी व एसपी पहुंचे अस्पताल
हादसे की जानकारी मिलने पर डीसी अंजलि यादव और एसपी मुकेश कुमार ने सदर अस्पताल पहुंच कर घायल बच्चों का हाल जाना। साथ ही उनके परिजनों से मुलाकात की। घायल बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधा सुनिश्चित कराई गई। डीसी ने कहा कि हादसे की जांच की जाएगी। इसमें दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
इसके साथ ही सदर अस्पताल के डीएस डॉ. ताराशंकर झा ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को आइसीयू में भर्ती बच्चों के इलाज के बेहतर इंतजाम का भरोसा दिया। सदर अस्पताल के चिकित्सक डा प्रशांत मिश्रा, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. अशोक मेहता व डा नाजिर चौधरी व अन्य को इलाज के लिए लगाया गया है।
जलमीनार के नल से नहा रहे थे बच्चे
घटना के संबंध में बच्चों के परिजनों ने बताया कि रविवार की दोपहर करीब एक बजे गांव के पांच -छह बच्चे जलमीनार के नल से स्नान कर रहे थे। तभी जलमीनार सहित उसकी दीवार ढह गई। इससे पांच बच्चे जलमीनार के मलबे में दब गए। मलबे से दबने से दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची उसके बाद बच्चों को सदर अस्पताल लाया गया।
घायल तीनों बच्चे भागलपुर रेफर
मलबे के अंदर दबे रहने से गौरव पहाड़िया, मैसा पहाड़िया और चंदन पहाड़िया गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों घायलों की उम्र पांच से छह वर्ष के बीच है । चंदन व मैसा का उपचार सदर अस्पताल के आइसीयू वार्ड में किया जा रहा है जबकि गौरव पहाडिया की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर किया गया है।
किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे दोषी : डीसी
जिले की उपायुक्त अंजलि यादव ने कहा कि सुंदरपहाडी के डाहूबेडा गांव में जलमीनार ढहने से हुए हादसे की जांच की जाएगी। इसमें दोषियों को किसी भी सूरत पर बख्शा नहीं जाएगा। पूरे मामले की जांच होगी। हादसे में दो बालक की मौत हो गई है वहीं तीन बच्चे घायल हैं, उनकी हालत चिंताजनक है। इसलिए बेहतर उपचार के लिए भागलपुर रेफर किया गया है।