नई दिल्ली : स्पेशल सेल ने 7 जुलाई को कुख्यात गोगी गैंग के दो खूंखार अपराधियों, उमेश शर्मा (21) और सुनील उर्फ सन्नी (22) को गिरफ्तार किया, साथ ही एक नाबालिग को पकड़ा है। ये लोग रोहिणी के थाना के.एन. कटजू मार्ग में गोलीबारी के मामले में वांछित थे। स्पेशल सेल की टीम ने कार्रवाई करते हुए इनके कब्जे से दो अत्याधुनिक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, छह जिंदा कारतूस और दो हीरो स्प्लेंडर बाइक बरामद की है।
डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि 13 जून को ट्रांस यमुना रेंज की टीम को सूचना मिली कि गोलीबारी के मामले में वांछित उमेश शर्मा टिकरी खुर्द, दिल्ली में अवैध हथियार के साथ आएगा। टीम ने तुरंत टिकरी खुर्द गांव रोड के पास जाल बिछाया और उमेश को एक सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा। साथ ही रोहिणी सेक्टर-16 में गोलीबारी में इस्तेमाल बाइक भी बरामद की गई।
पूछताछ में उमेश ने खुलासा किया कि उसने चिराग उर्फ काला, सन्नी और एक नाबालिग के साथ 9 जून को सेक्टर-16, रोहिणी में एक घर के सामने खड़ी गाड़ियों पर कई राउंड फायरिंग की थी। इसके बाद 27 जून को कलम चौक, नरेला में सुनील उर्फ सन्नी को एक पिस्टल, दो कारतूस और दूसरी बाइक के साथ पकड़ा गया था। पूछताछ में पता चला कि भोंडसी, हरियाणा निवासी उमेश शर्मा हरियाणा में दो आपराधिक मामलों में पहले से शामिल है। बांकनेर, नरेला निवासी सुनील चिराग उर्फ काला के साथ जुड़कर अपराध शुरू किए।
पकड़ा गया नीटू बवाना गैंग का हथियार तस्कर, तीन साल से फरार था सोनू
मुंबई से हुआ गिरफ्तार, अवैध हथियारों की तस्करी में था वांछित
नई दिल्ली : स्पेशल सेल ने नीटू बवाना गैंग के एक कुख्यात अंतरराज्यीय हथियार तस्कर, सोनू उर्फ शीनू (34) को मुंबई से गिरफ्तार किया। सोनू पिछले तीन साल से फरार था और पुलिस से बचने के लिए मुंबई में अपनी पहचान बदलकर ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था। स्पेशल सेल/एसडबल्यूआर की टीम ने यह कार्रवाई की है। पानीपत, हरियाणा निवासी सोनू वर्तमान में मुंबई के मास्टरवाडी, मुध में रह रहा था।
डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि स्पेशल सेल को एक अंतरराज्यीय हथियार तस्करी गिरोह के बारे में सूचना मिली थी। मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर पता चला कि सोनू नीटू बवाना गैंग से जुड़ा है और हथियार तस्करी के एक मामले में वांछित है। सितंबर 2022 में थाना बवाना की पुलिस ने सोनू के सहयोगी सचिन को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से चार देसी कट्टे, दो मैगजीन, 79 जिंदा कारतूस और पांच बैरल सफाई रॉड बरामद हुए थे। इस मामले में सोनू फरार था और अप्रैल 2023 में उसे कोर्ट द्वारा भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया था।
पुलिस से बचने के लिए उसने मुंबई में शरण ली थी। 1 जुलाई को सोनू के मुंबई में होने की पुख्ता सूचना मिली। इसके बाद 2 जुलाई को स्पेशल सेल की टीम ने मुंबई में उसे पकड़ लिया। उसे बोरीवली, मुंबई के एसीजीएम कोर्ट में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड लिया गया। पूछताछ में पता चला कि सोनू 2022 में गैंग के लिए अवैध हथियारों की आपूर्ति शुरू की थी। उसके दो अन्य सहयोगी, अरविंद और दीपक पाकस्मा, फरार हैं और संभवतः विदेश में हैं। सोनू पहले भी उत्तराखंड के थाना बेरीनाग में एक मामले में शामिल रहा है। जांच जारी है।