सिमडेगा : सिमडेगा जिले में गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जहां एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने अपनी ही नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। इस गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं, मामले को दबाने की कोशिश करने वाले पंचायत के दो प्रभावशाली व्यक्तियों को भी पुलिस ने सलाखों के पीछे भेज दिया है।
शर्मनाक घटना: गुरु निकला दुष्कर्मी
यह घटना कुरडेग थाना क्षेत्र के एक सरकारी विद्यालय की है। जानकारी के अनुसार, चौथी कक्षा में पढ़ने वाली एक 9 वर्षीय नाबालिग छात्रा के परिजनों ने कुरडेग थाना में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बच्ची के साथ उसी स्कूल के शिक्षक ने दुष्कर्म किया है। यह खबर सामने आते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और शिक्षा के मंदिर की पवित्रता पर सवाल खड़े हो गए।
Simdega Crime News : पंचायत का दुस्साहस: परिवार को धमकाया
सिमडेगा एसपी मो. अर्शी ने इस संवेदनशील मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दुष्कर्म का आरोपी शिक्षक स्थानीय होने के कारण अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए गांव में पंचायत बैठा दी। पंचायत के कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में परिवार पर एफआईआर न करने का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। एसपी ने बताया, “यह काफी संवेदनशील मुद्दा है। इसमें एक 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था। दुष्कर्म करने वाला व्यक्ति कुरडेग थाना क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल में स्थानीय शिक्षक है। उसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए गांव में पंचायत भी बैठा दी और गांव के कुछ प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में परिवार को एफआईआर करने की पूरी चेष्टा में लगे हुए थे।”
Simdega Crime News : पुलिस की त्वरित कार्रवाई: आरोपी गिरफ्तार
पुलिस को जब इस घटना और पंचायत के दबाव की सूचना मिली, तो उन्होंने तुरंत कड़ाई से कदम उठाए। एसपी मो. अर्शी ने बताया, “इस संबंध में पुलिस को जब सूचना मिली तो हम लोगों ने बहुत कड़ाई से कदम उठाते हुए हमने परिवार वालों को उत्साहित किया कि वे थाना आएं और अगर कोई अन्याय हुआ है तो उसके खिलाफ आकर आवेदन दें। इसपर पीड़िता की माता की ओर से थाना को आवेदन प्राप्त हुआ। जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।”
घटना के बाद आरोपी शिक्षक फरार हो गया था। पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कुरडेग पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और फरार शिक्षक की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने सफलतापूर्वक आरोपी शिक्षक को खोज निकाला और उसे गिरफ्तार कर लिया।
मामले को दबाने वाले भी सलाखों के पीछे
पुलिस ने इस मामले में न केवल दुष्कर्मी शिक्षक को गिरफ्तार किया, बल्कि उन प्रभावशाली व्यक्तियों पर भी शिकंजा कसा जिन्होंने पंचायत कर मामले को दबाने की कोशिश की थी। पुलिस ने पंचायत कर मामले को दबाने वाले पंचायत के दो प्रभावशाली व्यक्तियों को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और ऐसे घिनौने अपराधों को दबाने की कोशिश करने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा। सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) की सक्रियता से भी यह मामला थाना तक पहुंचा, जिसने जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।