RANCHI (JHARKHAND): राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शनिवार को रांची के एक होटल में आयोजित कैंसर समिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कैंसर न केवल एक चिकित्सा चुनौती, बल्कि एक गहरी मानवीय, सामाजिक और भावनात्मक समस्या भी है। उन्होंने कहा कि कैंसर एक जटिल बीमारी है जो केवल रोगी के शरीर को नहीं, बल्कि पूरे परिवार की मानसिक और सामाजिक स्थिरता को भी प्रभावित करती है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इलाज के साथ-साथ मरीजों को भावनात्मक सहारा और संवेदनशील देखभाल की भी उतनी ही आवश्यकता है।
ग्रामीण इलाकों को दें प्राथमिकता
राज्यपाल ने कहा कि झारखंड जैसे राज्य में जहां अभी भी ग्रामीण व दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं सीमित हैं। वहां कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए समय पर पहचान और उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना से गरीब और वंचित वर्ग को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल रहा है। हालांकि, इस योजना की सफलता तभी सुनिश्चित हो सकती है जब चिकित्सक, अस्पताल, सरकारें और समाज सामूहिक उत्तरदायित्व के साथ कार्य करें।
चिकित्सकों को बताया जीवनदाता
राज्यपाल ने चिकित्सकों को वैद्य नारायणो हरि कहते हुए उन्हें जीवनदाता बताया। साथ ही कहा कि सेवा, करुणा और समर्पण के साथ किया गया इलाज न सिर्फ जीवन बचाता है, बल्कि मरीज को जीने की उम्मीद भी देता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह समिट झारखंड में कैंसर के इलाज और जन-जागरूकता अभियान को नई दिशा देगा। साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे कैंसर पीड़ितों को अकेला न छोड़ें, बल्कि उन्हें समाज की सामूहिक संवेदना से जोड़कर जीने की प्रेरणा दें।