रांची : झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले झारखंड के प्रतिभागियों से राजभवन में संवाद किया। इस दौरान राज्यपाल ने उनके प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करने के लिए बधाई दी।
प्रतिभागियों से संवाद और उन्हें सम्मानित किया
राज्यपाल ने कहा कि ऐसे मंचों पर भागीदारी युवाओं के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रतिभागियों की सोच और उनके विषय प्रस्तुति के प्रभावी तरीके की सराहना की। उन्होंने कहा, “इस तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर न केवल आप अपने व्यक्तित्व को निखारते हैं, बल्कि विभिन्न राज्यों की संस्कृति और सोच को भी समझने का अवसर प्राप्त करते हैं।” साथ ही, उन्होंने उन्हें भविष्य में भी राज्य और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया।
प्रतिभागियों के अनुभव और विचार
राज्यपाल से संवाद के दौरान प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए। स्वाति राज ने ‘विकसित भारत 2047’ पर अपने विचार रखे और पोषण, जीरो हंगर, कानून-व्यवस्था, विरासत, युवा रोजगार और अमृतकाल जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। शुभांगी राज ने ‘विकास भी, विरासत भी’ पर अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ संवाद और भोजन के अनुभव को अपने जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताया।
ऋषित ने ‘टेक फॉर विकसित भारत’ पर अपनी प्रस्तुति दी और बताया कि तकनीक किस तरह से एक युवा के दृष्टिकोण से विकसित भारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। स्वातिका ने ‘विकसित भारत 2047’ पर कहानी लेखन प्रतियोगिता में अपनी रचनात्मक विचारधारा प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
राष्ट्रीय युवा महोत्सव में झारखंड का योगदान
राज्यपाल ने इस संवाद के दौरान प्रतिभागियों की मेहनत और समर्पण की सराहना की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं का मानसिक और बौद्धिक विकास होता है और वे राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस अवसर पर खेल निदेशक संदीप कुमार, नेहरू युवा केंद्र संगठन के राज्य निदेशक ललिता कुमारी, डॉ. ओपी पाण्डे और राजेश कुमार चौधरी समेत कई विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।