चाईबासा, झारखंड : गुवा स्थित सेल (SAIL) की माइंस में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। माइंस के अंदर कार्य के दौरान टायर में हवा भरते समय अचानक रिंग बाहर निकल गई, जिससे जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट में गुवा माइंस के स्थायी कर्मचारी चरण पूर्ति की मौके पर ही मौत हो गई। घटना इतनी तीव्र थी कि वे कुछ समझ ही नहीं सके और घटनास्थल पर ही उनकी जान चली गई।
इस हादसे में दो अन्य मजदूर सोनू पात्रो और होरंगो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दोनों को तत्काल प्राथमिक उपचार देकर गुवा से नोवामुंडी स्थित टिस्को अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और डॉक्टरों की निगरानी में इलाज जारी है।
दुर्घटना की खबर मिलते ही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा मौके पर पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ घटनास्थल का मुआयना किया, बल्कि अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात भी की। साथ ही परिजनों को हरसंभव सहायता का भरोसा दिया और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों की सख्त निगरानी की मांग की।
स्थानीय मजदूर संगठनों और कर्मचारियों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि माइंस में सुरक्षा उपाय महज औपचारिकता बनकर रह गए हैं। आए दिन हो रही दुर्घटनाएं यह बताती हैं कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी अब जानलेवा बनती जा रही है।
घटना के बाद माइंस प्रशासन और संबंधित अधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह हादसा न केवल एक परिवार की दुनिया उजाड़ गया, बल्कि यह भी बताता है कि सेफ्टी फर्स्ट के सिद्धांत को अब वास्तविकता में बदलने की जरूरत है।