स्पोर्ट्स डेस्क। Indian Hammer Thrower Rachna Kumari banned for 12 years: भारतीय एथलेटिक्स जगत में एक बड़ा झटका लगा है। हैमर थ्रोअर रचना कुमारी को डोप टेस्ट में फेल होने के कारण 12 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह खबर सामने आते ही खेल जगत में हलचल मच गई है। 12 साल तक किसी स्पर्धा में भाग नहीं ले सकेंगी। यह प्रतिबंध इंटरनेशनल फेडरेशन एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU) की ओर से लगाया गया है।
Hammer Thrower : नमूने की जांच में प्रतिबंधित स्टेरॉयड की हुई पुष्टि
24 नवंबर 2023 को इंटरनेशनल फेडरेशन एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (AIU) ने रचना कुमारी पर यह प्रतिबंध लगाया। बता दें कि रचना के डोप टेस्ट के लिए टूर्नामेंट से अलग नमूने लिए गए थे। उनका प्रतियोगिता से इतर लिया गया डोप नमूना असफल पाया गया, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ स्टेरॉयड पाए गए। जांच के दौरान नमूने में स्टेरॉयड स्टैनोजोलोल, मेटांडिएनोन, डीहाइड्रोक्लोरोमिथाइलटेस्टोस्टेरोन (डीएचसीएमटी) और क्लेनब्यूटेरोल पाया गया था।
Hammer Thrower : अमान्य होंगे 24 सितंबर 2023 के बाद के सभी परिणाम
एथलीट Rachna Kumari के 24 सितंबर 2023 के बाद के सभी परिणाम अमान्य घोषित कर दिए गए हैं। रचना कुमारी ने एशियाई खेलों 2023 में भी भाग लिया था, जहां वह महिलाओं की हैमर थ्रो स्पर्धा में 9वें स्थान पर रहीं थीं।
Hammer Thrower Rachna Kumari पर दूसरी बार लगा प्रतिबंध
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब रचना कुमारी पर प्रतिबंध लगाया गया है। रचना कुमारी के लिए पहला डोपिंग उल्लंघन नहीं है। इससे पहले उन्हें पहले भी डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करने के लिए चार साल का प्रतिबंध लगाया गया था। वह 2019 में प्रतिस्पर्धा में लौटी थीं, लेकिन अब एक बार फिर से डोप टेस्ट में फेल पाए जाने से उनके करियर पर ग्रहण लग गया है।
खेल जगत से आ रहीं तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं
खेल समुदाय से मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों ने इस कदम का समर्थन किया है, यह कहते हुए कि डोपिंग से किसी भी सूरत में छूट नहीं दी जा सकती है। वहीं, कुछ ने रचना कुमारी के लिए सहानुभूति व्यक्त की है, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि खेलों की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सख्त नियमों का पालन जरूरी है।
भविष्य की अनिश्चितता
रचना कुमारी के लिए अब भविष्य अनिश्चित है। 12 साल का प्रतिबंध काफी लंबा समय है, और ऐसे में उनके खेल करियर के फिर से पटरी पर लौटने की संभावना बहुत कम है। यह घटना डोपिंग के खिलाफ लड़ाई में एक गंभीर संदेश देती है और खिलाड़ियों को खेल भावना और नियमों का कड़ाई से पालन करने की याद दिलाती है।
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