सेंट्रल डेस्क: पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद द्वारा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस पर की गई टिप्पणियों के बाद पूरी तरह से उनके समर्थन में आए है। शमा मोहम्मद ने X पर एक (अब डिलीट की गई) पोस्ट में रोहित की फिटनेस और कप्तानी पर सवाल उठाए थे। उनकी इस तरह की टिप्पणी के बाद पूरे क्रिकेट जगत में इसका विरोध हुआ।
रोहित के समर्थन में आईं कई प्रमुख हस्तियां
इस प्रकार का पोस्ट सामने आने के बाद कई प्रमुख हस्तियों ने रोहित का समर्थन करते हुए उनकी भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। हरभजन, जो भारतीय क्रिकेट के एक बड़े सितारे रहे हैं, ने इस आलोचना के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने मोहम्मद से यह सवाल किया कि फिटनेस पर टिप्पणी करने का उनका अधिकार क्या है।
हरभजन ने कांग्रेस नेता की समझ पर उठाए सवाल
आगे हरभजन ने कहा कि “ठीक है, कुछ लोग हमेशा रोहित शर्मा की फिटनेस और कप्तानी के बारे में बात करते रहेंगे। लेकिन मैंने उस महिला से बहुत साधारण सवाल पूछा कि क्या वह बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) का हिस्सा हैं या किसी और संगठन का हिस्सा हैं जहां उन्हें फिटनेस और नियमों की समझ हो और उनके खुद के खेल में क्या उपलब्धियां हैं?” उन्होंने आगे कहा,
“तो, किसी पर उंगली उठाना बहुत आसान है, लेकिन उस समय अंगूठा खुद की ओर भी इशारा करता है, तो पहले खुद को भी देखो।”
कप्तान के दबाव को समझना मुश्किल
पूर्व ऑफ स्पिनर ने यह भी जोर दिया कि देश का प्रतिनिधित्व करना और टीम की कप्तानी करना, विशेष रूप से उच्च दबाव वाले टूर्नामेंट जैसे चैंपियंस ट्रॉफी में, कितना कठिन होता है। हरभजन ने कहा कि “लोगों के लिए यह समझना बहुत कठिन है कि भारत के लिए खेलना और एक खिलाड़ी पर जो दबाव होता है, वह केवल वही खिलाड़ी जानता है।”
रोहित के अपने खेल के साथ टीम की भी जिम्मेदारी
हरभजन सिंह ने कहा, “उसके पास टीम को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है, लेकिन उसे खुद खिलाड़ी के रूप में भी प्रदर्शन करना है। रोहित शर्मा एक बहुत मेहनती और निस्वार्थ व्यक्ति हैं। वह एक लीडर हैं, जो हमेशा टीम के हित को पहले रखते हैं न कि खुद के। उनके जैसे कप्तान और खिलाड़ी का होना बहुत अच्छा है।”
भारत की सफलता में रोहित का योगदान अहम
हरभजन ने रोहित को यह श्रेय भी दिया कि उन्होंने एक मजबूत टीम माहौल तैयार किया, जो भारत की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। “मैं उन लोगों की सराहना करता हूं जो इस बात का सम्मान करते हैं कि टीम पहले आती है। मैं हमेशा कहता हूं, अब यह ‘मैं’ के बारे में नहीं है, बल्कि ‘हम’ के बारे में है। हम कैसे एक साथ खेल सकते हैं और कप जीत सकते हैं। कप्तान की जिम्मेदारी होती है कि वह सभी को एक पेज पर लेकर आए।
मैदान पर एकजुटता का श्रेय रोहित शर्म को
रोहित शर्मा को इसका श्रेय मिलना चाहिए कि उन्होंने सभी को मैदान पर एकजुट किया है, एक मिशन के साथ—कप जीतने के लिए।” रोहित शर्मा ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर अब एक और ऐतिहासिक जीत की ओर कदम बढ़ाया है। वे अब तक सभी चार आईसीसी आयोजनों के फाइनल में अपनी टीम को नेतृत्व करने वाले पहले कप्तान बन गए हैं, अब उनकी नजर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत पर है।