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Jharkhand Breaking : बरकट्ठा के गोरहर में बस पलटी, 7 की मौत, 25 से अधिक घायल

by Rakesh Pandey
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हजारीबाग, झारखंड : झारखंड के हजारीबाग जिले के बरकट्ठा के गोरहर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक बस हादसा हुआ। कोलकाता से पटना जा रही विशाल बस (WB 76 A 1548) अनियंत्रित होकर सड़क पर बने गड्ढे में पलट गई। इस दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं।

सड़क निर्माण में लापरवाही ने बढ़ाई दुर्घटना की आशंका

बताया जा रहा है कि यह हादसा सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच हुआ। गोरहर में यह सड़क वन वे है, और सिक्स लेन सड़क निर्माण के दौरान निर्माण कंपनी ने सड़क काटकर छोड़ दी थी, जिससे बस अनियंत्रित हो गई और गड्ढे में पलट गई। हादसा बरकट्ठा थाना से महज 200 मीटर की दूरी पर हुआ। हादसे के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गई और आसपास के ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे।

घायलों को बाहर निकालने के लिए गोरहर थाना पुलिस की मदद ली गई, और विष्णुगढ़, बरही, बरकट्ठा से पांच एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया। राहत और बचाव कार्य के दौरान पूर्व विधायक जानकी यादव भी अपनी टीम के साथ पहुंचे और घायल व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की।

सिक्स लेन निर्माण में लापरवाही का मामला

सड़क निर्माण में लापरवाही का यह कोई पहला मामला नहीं है। इस हादसे के बाद एक बार फिर से राज केसरी नामक निर्माण कंपनी पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले दो सालों में इस सड़क पर 20 से अधिक मौतें हो चुकी हैं, और यह घटना अब तक का सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है। गोरहर से लेकर बरकट्ठा तक सिक्स लेन निर्माण कार्य पिछले छह सालों से चल रहा है, लेकिन अब तक सिर्फ 2 किलोमीटर सड़क ही बन पाई है। निर्माण कार्य को पेटी कांट्रेक्टर राज केसरी कंपनी को सौंपा गया है, और उनकी लापरवाही की वजह से सड़क पर दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है।

राहत कार्य जारी, घायलों को भेजा गया अस्पताल

हादसे के बाद बरकट्ठा के सीओ और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य की निगरानी की। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।

बस के नीचे दबे शवों को निकालने में 2 घंटे का समय लगा

घायलों और मृतकों को बस के नीचे से निकालने के लिए राहत कर्मियों को दो घंटे तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी। इस दौरान यह अनुमान लगाना मुश्किल था कि कितने लोग बस के नीचे दबे हुए हैं।

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