Hazaribag (Jharkhand) : झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) के प्रभारी चिकित्सक डॉ. सतीश कुमार मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के जाल में फंस गए। उन्हें एसीबी की टीम ने 3,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई ममता वाहन सेवा के संचालक उज्ज्वल सिन्हा की शिकायत पर की गई।
बकाया बिल पर हस्ताक्षर के लिए मांगी रिश्वत
उज्ज्वल सिन्हा ने एसीबी में दर्ज कराई शिकायत में बताया था कि सीएचसी प्रभारी डॉ. सतीश कुमार उनके 25,000 रुपये के बकाया बिलों पर हस्ताक्षर करने के एवज में 3,000 रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। एसीबी की टीम ने पहले इस मामले की गोपनीय जांच की। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद, एसीबी ने जाल बिछाकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
कार्यालय में रिश्वत लेते पकड़ा गया, मामला दर्ज
एसीबी की टीम ने डॉ. सतीश कुमार को उनके कार्यालय में ही रिश्वत लेते हुए धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इस घटना के बाद हजारीबाग के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। चौपारण सीएचसी और आसपास के प्रखंडों में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हुई है।