Hazaribag (Jharkhand) : झारखंड के हजारीबाग में उग्रवादी संगठन टीपीसी (तृतीय प्रस्तुति कमिटी) एक बार फिर सिर उठा रहा है। हाल ही में, सीसीएल तापीन नॉर्थ परियोजना में 6 वाहनों में आगजनी की घटना ने पुलिस और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। इस घटना को अंजाम देने वाले उग्रवादियों ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं, जिससे पुलिस की जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार उग्रवादियों ने बताया है कि इस घटना का मास्टरमाइंड संगठन का मुखिया गुरुदेव है। गुरुदेव ने सिर्फ एक वाहन जलाने की योजना बनाई थी, लेकिन वर्चस्व दिखाने के लिए इमदाद रजा के कहने पर तीन टिपर और तीन पोकलेन मशीनें भी जला दी गईं। इमदाद रजा संगठन का एक सक्रिय सदस्य था, जो गुरुदेव के आने पर उसकी व्यवस्था संभालता था।
कई निर्दोषों को पूछताछ के बाद छोड़ा गया
पुलिस ने इमदाद रजा की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर दर्जनों युवकों को हिरासत में लिया। हालांकि, पूछताछ के बाद कई युवकों को निर्दोष पाया गया और उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, कुछ अन्य लोगों से अभी भी पूछताछ जारी है। पुलिस का दावा है कि इस कांड से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं और जल्द ही एक बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि कभी हजारीबाग, चतरा, लातेहार और पलामू जैसे जिलों में टीपीसी का खासा दबदबा हुआ करता था, लेकिन पुलिस के लगातार अभियानों के कारण संगठन काफी कमजोर हो गया है। लंबे समय बाद चरही क्षेत्र में टीपीसी की यह सक्रियता सामने आई है, जिसने पुलिस को सीधे तौर पर चुनौती दी है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि गुरुदेव की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है, जिसे संगठन की कमर तोड़ने की दिशा में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।