नई दिल्ली : सेंट्रल दिल्ली पुलिस की आईपी एस्टेट थाना की टीम ने एक विशेष ऑपरेशन में चोरी के हाई-एंड मोबाइल फोन के रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में दो आरोपियों, नवदीप कौर (26) और रमनदीप भंगु (33) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से एक स्नैच किया गया एप्पल आईफोन 15, 44 अन्य संदिग्ध चोरी के मोबाइल फोन (43 एप्पल आईफोन और 1 सैमसंग फोल्ड) और बड़ी मात्रा में चोरी के आईफोन के टूटे हुए हिस्से बरामद किए हैं।
डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि 24 जून को आईपी एस्टेट थाना में एक एप्पल आईफोन 15 की स्नैचिंग की घटना की शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके आधार पर उन्नत तकनीकी उपकरणों के उपयोग से पुलिस को 26 जून को चोरी किए गए फोन के स्थान की महत्वपूर्ण जानकारी मिली, जो करोल बाग के देव नगर में एक घर की ओर इशारा कर रही थी। आईपी एस्टेट थाने एक टीम ने देव नगर, करोल बाग में छापेमारी की। इस ऑपरेशन में नवदीप कौर को उनके घर से गिरफ्तार किया गया, जहां से स्नैच किया गया आईफोन 15, 44 अन्य संदिग्ध चोरी के मोबाइल फोन और बड़ी मात्रा में टूटे हुए मोबाइल पार्ट्स बरामद किए गए। पूछताछ में नवदीप ने अपने साथी संजीव कुमार और रमनदीप भंगु के साथ चोरी के मोबाइल फोन की खरीद-फरोख्त में शामिल होने की बात कबूल की।
उसने खुलासा किया कि वे फोन को तोड़कर उनके हिस्सों को खुले बाजार में बेचते थे। तकनीकी निगरानी की मदद से पुलिस ने रमनदीप भंगु को हिमाचल प्रदेश के नाहन से गिरफ्तार किया, जो नेपाल भागने की फिराक में था। रमनदीप ने बताया कि वे करोल बाग में एक महिला से चोरी के फोन खरीदते थे, जिन्हें बाद में तोड़कर रिपेयरिंग दुकानों में बेचा जाता था। तीसरा आरोपी, संजीव कुमार, अभी फरार है, और पुलिस इस रैकेट के अन्य सदस्यों और चोरी के फोन की आपूर्ति करने वाली संदिग्ध महिला की तलाश में जुटी है। रमनदीप पहले भी पंजाब के भटिंडा में एक समान मामले में शामिल रहा है, जिसमें लगभग 70 मोबाइल फोन बरामद किए गए थे।
जुए में हारे 30 लाख की भरपाई के लिए अकाउंटेंट ने रची नकली लूट की साजिश, पुलिस ने 10 घंटे में सुलझाया मामला
मास्टरमाइंड सहित दो गिरफ्तार
नई दिल्ली : दिल्ली के मोती नगर में 13 लाख रुपये की कथित डकैती का दिल्ली पुलिस ने 10 घंटे में खुलासा कर दिया। ट्रेडिंग कंपनी में अकाउंटेंट केशव पुरम निवासी सुभाष चंद (22) ने जुए में 30 लाख के कर्ज को चुकाने के लिए अपने दोस्त महेंद्रगढ़, हरियाणा निवासी विजयपाल (26) के साथ मिलकर फर्जी लूट की साजिश रची। सुभाष ने बैंक से 13 लाख निकाले और फ्लाईओवर पर छह बदमाशों द्वारा चाकू से हमला और लूट की झूठी कहानी बनाई।
एडिशनल डीसीपी वेस्ट सुकांत एस बल्लभ ने बताया कि 3 जुलाई को मोती नगर थाने में सुभाष की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की थी। पुलिस और स्पेशल स्टाफ की संयुक्त टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं दिखी। सुभाष के सतही घावों ने भी उसकी कहानी पर सवाल उठाए। पूछताछ में सुभाष टूट गया और कबूल किया कि उसने कर्ज के दबाव में यह साजिश रची। उसने राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर विजयपाल को 13 लाख का बैग सौंपा, जो रैपिडो बाइक से धौला कुआं गया और फिर बस से अपने गांव बायल, महेंद्रगढ़ भाग गया। पुलिस ने तुरंत महेंद्रगढ़ में छापा मारा और विजयपाल को गिरफ्तार कर पूरा कैश बरामद कर लिया।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि त्वरित जांच और सीसीटीवी विश्लेषण से फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। सुभाष ने लूट को असली दिखाने के लिए खुद पर हल्का चाकू हमला करवाया। उसने बताया कि जुए के कर्ज और लेनदारों के दबाव ने उसे यह कदम उठाने को मजबूर किया। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि साजिश में अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाया जा सके। यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई को दर्शाती है।