किशनगंज: बिहार के किशनगंज जिले में एक हिंदू नाबालिग लड़की को भारत-बांग्लादेश सीमा पर पकड़ा गया है। यह लड़की बांग्लादेश के पंजगढ़ जिले की रहने वाली है और उसने बांग्लादेश से भारत में प्रवेश करने के लिए एक अत्यंत खतरनाक तरीका अपनाया। वह पानी के पाइप के सहारे कांटेदार तार के नीचे से सीमा पार कर भारत में घुसी थी। हालांकि, भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने लक्ष्मीपुर बीओपी (बॉर्डर आउट पोस्ट) के पास उसे पकड़ लिया।
हिरासत में लिए जाने के बाद पूछताछ
बीएसएफ ने इस नाबालिग लड़की से पूछताछ की, जिसके बाद उसे चोपड़ा थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और लड़की को उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज होम भेज दिया। पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि लड़की बांग्लादेश में उत्पीड़न का शिकार होने के बाद भारत आने के लिए मजबूर हुई।
जलपाईगुड़ी में लड़की के रिश्तेदारोंके संपक में पुलिस
चोपड़ा पुलिस के अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में यह पता चला है कि लड़की के रिश्तेदार जलपाईगुड़ी जिले में रहते हैं। हम उनके संपर्क में हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि वह सीमा पारकर भारत कैसे पहुंची। लड़की ने हमें बताया कि वह बांग्लादेश के पंजगढ़ जिले की रहने वाली है और पैदल ही सीमा पार की है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार
लड़की के रिश्तेदारों ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय, खासकर इस्कॉन भक्तों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। इस्कॉन भक्त होने के कारण लड़की को लगातार धमकियां मिल रही थीं, और उसके अपहरण की कोशिश भी की जा रही थी। यही कारण था कि उसने अपनी जान बचाने के लिए किसी तरह बांग्लादेश से भागकर भारत में प्रवेश किया। लड़की का इलाज भी बाकी था, खासकर आंखों का इलाज, जिसके लिए वह पहले भी भारत आ चुकी थी।
लड़की के रिश्तेदारों ने बताया, “वह इस्कॉन की भक्त है और वहां उसे प्रताड़ित किया जा रहा था। उसकी जान को खतरा था, इसलिए वह किसी भी तरह भारत आ गई। अगर वह बांग्लादेश में रहती, तो उसे मार दिया जाता।”
लड़की ने कहा- ईलाज के लिए आ रही थी भारत
लड़की ने बीएसएफ अधिकारियों को बताया कि वह अपनी आंख का इलाज कराने के लिए भारत आ रही थी। उसने यह भी कहा कि वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए जलपाईगुड़ी जा रही थी। लड़की बांग्लादेश में एक गायिका के रूप में भी चर्चित थी और भारत में भी कई कार्यक्रमों में भाग ले चुकी थी। उसने बताया कि बांग्लादेश में उसे लंबे समय तक भारत आने की अनुमति नहीं मिल रही थी, इसलिये उसने सीमा पार करने का निर्णय लिया।
बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए बिगड़ रहे हालात
यह घटना बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लिए बढ़ते संकट का संकेत है। बांग्लादेश में हाल ही में इस्कॉन के पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार किया गया था। उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया, और उन्हें 25 नवंबर को ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में, बांग्लादेश की अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी और उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया। यह घटनाएं दर्शाती हैं कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय, विशेष रूप से इस्कॉन भक्तों, पर लगातार बढ़ते धार्मिक अत्याचार हो रहे हैं।
भारत में शरण के लिए मजबूर हो रहे लोग
किशनगंज में पकड़ी गई इस नाबालिग लड़की की घटना, बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के प्रति बढ़ते उत्पीड़न की दुखद तस्वीर पेश करती है। लड़की की यह कहानी न केवल उसकी व्यक्तिगत त्रासदी को दर्शाती है, बल्कि यह बांग्लादेश में धार्मिक असहिष्णुता के गंभीर संकेत भी देती है। बांग्लादेश में हिंदूओं की स्थिति दयनीय हो चुकी है, और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए भारत में शरण लेने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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