नई दिल्ली: बांग्लादेश के चटगांव जिले में एक बार फिर हिंसा की खबर सामने आई है। गत सोमवार को 80 वर्षीय हिंदू पुजारी सुकुमार दास का शव उनके घर के बाहर एक पेड़ से लटका मिला। लोगों का मानना है कि पुजारी की हत्या करने के बाद उसके शव को उसके घर के बाहर आंवले के पेड़ से लटका दिया गया था। उन लोगों का यह भी कहना है कि यह आत्महत्या नहीं की हो सकती, क्योंकि उसके पैर जमीन को छूते हुए दिखाई दे रहे थे।
पुलिस कर रही जांच
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और सुकुमार दास के शव को पोस्टमार्टम के लिए चटगांव मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि वह लोकनाथ मंदिर के संरक्षक थे, जिसकी स्थापना उन्होंने बारबाकुंडा संघ के मध्य महमूदाबाद क्षेत्र में की थी।
बीमार होने के बावजूद करते थे नियमित मंदिर में सेवा
स्थानीय हिंदू समुदाय के अनुसार, पुजारी सुकुमार दास बीमार होने के बावजूद हर दिन मंदिर में सेवा करते थे। वह रात 8 बजे तक खाना खाकर सो जाते थे। वह सुबह जल्दी उठकर लोकनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करते थे।
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