स्पोर्ट्स डेस्क। एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में भारत ने अपनी शुरुआत दमदारी से की है। बता दे कि भारत बनाम दक्षिण कोरिया के हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप ‘पुरुष हॉकी विश्व कप’ मैच में भारत ने दक्षिण कोरिया को 4-2 से हराया है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में, भारतीय टीम के हैट्रिक हीरो अरिजीत सिंह हुंदल ने शानदार प्रदर्शन किया।
हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप में अरिजीत की हैट्रिक:
भारत ने मलेशिया के कुआलालंपुर में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में दक्षिण कोरिया को हराकर दमदार शुरुआत की है। इस जीत का श्रेय अरिजीत सिंह हुंदल को जाता है, जिन्होंने मैच के 11वें, 16वें, और 41वें मिनट में गोल करके हैट्रिक किया। उनकी उच्च गति और सटीक गेमप्ले ने दक्षिण कोरिया की गोलकीपर को कठिनाई में डाल दिया। वहीं अरिजीत ने पहले क्वार्टर में ही पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई, जिससे भारत ने मैच में अपना दबाव बरकरार रखा। भारत की जीत के बाद, टीम अब अपना अगला मैच स्पेन के खिलाफ खेलेगी।
अमनदीप का योगदान:
हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप के मैच में अरिजीत की हैट्रिक के साथ ही, भारतीय टीम का एक अन्य खिलाड़ी अमनदीप ने भी 30वें मिनट में एक गोल दर्ज किया, जिससे भारत ने 3-0 की बढ़त बनाई। यह मैच मध्यांतर तक हमें एक शानदार लीड दिखाता है।
दक्षिण कोरिया की कमी सामने आई:
भारत की तरफ से अच्छा गेमप्ले के बावजूद, दक्षिण कोरिया ने दो गोल दर्ज किए, जिन्हें दोह्युन लिम (38वें) और मिंकवोन किम (45वें) ने किया। हालांकि, अरिजीत की तीसरी और चौथी गोल से भारत ने मैच को अपने हाथों में ले लिया।
अरिजीत की हैट्रिक ने बनाई राह:
अरिजीत सिंह हुंदल की हैट्रिक ने एक सुर्चित संकेत भेजा है कि यह खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में बड़ी चमक दिखा सकता है। उनकी तीन गोलों से भारत ने दक्षिण कोरिया को मुश्किल में डाल दिया और टीम को एक बड़ी जीत दिलाई।
आगे की रणनीति:
भारत पूल सी में अपना अगला मैच स्पेन के खिलाफ खेलेगा, इसलिए टीम इंडिया का अगला मुकाबला स्पेन के साथ होनेवाला है। वहीं खिलाड़ियों ने पिछले मैच की सीखों को अपने खेल में उतारने का आश्वासन दिया है।बता दें कि इस ग्रुप की चौथी टीम कनाडा है। कोचिंग स्टाफ ने भी टीम को और सुधारने के लिए कठिनाईयों का सामना करने का प्लान बना रखा है ताकि वे अगले मुकाबले में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
भारत ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ जीत हासिल करते हुए अपने ग्रुप में अपना स्थान टॉप रखने की ओर एक कदम बढ़ाया है। गौरतलब है कि भारत ने इससे पहले 2001 और 2016 में खिताब जीता था जबकि 1997 में वह उपविजेता रहा था।
फॉलोअप की उम्मीद:
टीम इंडिया के कोच और खिलाड़ी एक सजग फॉलोअप के साथ अगले मैच की तैयारी कर रहे हैं। स्पेन के खिलाफ होने वाले मुकाबले में उन्हें नए योजनाओं और तय की गई रणनीतियों को सही से अमल में लाने का एक मौका मिलेगा।
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