कटरा: जम्मू-कश्मीर के त्रिकूट पहाड़ों पर स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर में चैत्र नवरात्रि का पर्व धूमधाम से शुरू हो गया है। जैसे ही नवरात्रि का पहला दिन आया, मंदिर में भक्तों का तांता लग गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंचने के लिए कटरा से मंदिर तक यात्रा कर रहे हैं। पिछले दिन यानी 29 मार्च को 48,000 तीर्थयात्रियों ने मां के दर्शन किए थे, और यह संख्या अब और बढ़ने की संभावना है।
सुरक्षा व्यवस्था और सुविधाओं पर खास ध्यान
अधिकारियों ने बताया कि इस विशाल संख्या में भक्तों की उपस्थिति के बावजूद, मंदिर परिसर और यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। भवन के आधार शिविर और मार्ग पर एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
यात्रा के मार्ग पर भारी उत्साह
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने कहा कि चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मैं सभी तीर्थयात्रियों को बधाई देता हूं। कटरा से भवन तक यात्रा के मार्ग पर भारी उत्साह है और वहां लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए टीमों को तैनात किया गया है।
दिव्यांग यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं
अंशुल गर्ग ने बताया कि श्राइन बोर्ड ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कटरा बेल्ट में दिव्यांग तीर्थयात्रियों के लिए निशुल्क बैटरी कार सेवाएं, आरती में समर्पित कोटा और हेलीकॉप्टर बुकिंग जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं के अग्रिम ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था भी की गई है। इस कदम से इन यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित होगी।
विश्राम क्षेत्र की स्थापना
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अर्धकुंवारी में 1,500 तीर्थयात्रियों के लिए विश्राम क्षेत्र की भी स्थापना की जा रही है। यह विश्राम क्षेत्र सभी मौसमों के अनुकूल होगा और यात्रियों को आराम देने का उद्देश्य रखेगा।
श्रद्धालुओं के अनुभव
दिल्ली से आए श्रद्धालु अमित शर्मा ने कहा कि नवरात्रि के पहले दिन मां के दरबार में पूजा अर्चना करके खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं। हालांकि, भारी भीड़ के कारण थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन जब आप मंदिर में प्रवेश करते हैं तो वहां की आध्यात्मिकता और वातावरण से सारी परेशानियां गायब हो जाती हैं।”
पुणे से आए श्रद्धालु सुधाकर कदम ने कहा कि हमें हमेशा मंदिर जाने की इच्छा थी, लेकिन यह अब तक संभव नहीं हो सका। इस साल हमने नवरात्रि के पहले दिन ही मां के दर्शन करने का फैसला किया और हमारी यह यात्रा एक सपने के सच होने जैसा था।
कोलकाता की श्रद्धालु सुनीता सरकार ने मंदिर की व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए कहा कि यह यात्रा बहुत ही सुविधाजनक रही, क्योंकि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बहुत अच्छे तरीके से व्यवस्थाएं की हैं। मैंने सोचा था कि भारी भीड़ और पहाड़ी रास्तों की वजह से पूजा करना मुश्किल होगा, लेकिन सभी सुविधाओं और कतार प्रबंधन के कारण मेरी यात्रा सहज रही।