सेंट्रल डेस्क। Maharashtra Legislative Assembly Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होने है। चुनाव प्रचार थम चुके है। लेकिन अपने आखिरी चुनाव प्रचार में एसीपी नेता अजीत पवार ने कुछ ऐसा कह दिया, जो चर्चा का विषय बन गया। इस दौरान उन्होंने फिल्मी डायलॉगबाजी भी की और जनता को उनके कहे की याद भी दिलाई।
अब मेरे पास मां है…..
महाराष्ट्र विधानसभा के संदर्भ में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अजीत पवार ने कहा कि बारामती की जनता ने तय किया था कि लोकसभा में सुप्रिया ताई और विधानसभा में अजीत दादा, तो जो आपने तय किया है, वही करें। बारामती से प्रत्याशी पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान वे अकेले थे। लेकिन अब उनके पास उनकी मां भी है।
जितने वोट, उतने ही पैसे लगेंगे
पवार यहीं नहीं रूके, आगे उन्होंने कहा कि बारामती की जनता उन्हें जितने वोटों से जिताएगी, जीत के बाद वे उतने ही पैसे बारामती के विकास में लगाएंगे। जनता को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिद्धंद्धियों के झूठे अभियान पर भरोसा न करें। उन्हें दिया गया वोट ही बीजेपी को दिया वोट होगा।
18 नवंबर को अपने समापन रैली में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चुनाव में मैं अकेला था। इस बार मेरे साथ मेरी मां और बहनें हैं। मेरी बहनों और मेरे बेटों पार्थ और जय ने मेरे लिए प्रचार किया। मैंने लोकसभा चुनाव में कितना समझाया, फिर भी बारामती की जनता ने मुझे झटका दिया। जोर का झटका, धीरे से लगा…. आपने तय किया था कि लोकसभा में सुप्रिया ताई, विधानसभा में अजीत दादा, जो आपने तय किया है, वहीं करें।
पवार को वोट देना, एनसीपी को वोट देना
आगे पवार ने कहा कि कुछ लोग प्रचार कर रहे है कि अजीत पवार को वोट देना, बीजेपी को वोट देना होगा। ये सच नहीं है। अजीत पवार को वोट देना, एनसीपी को वोट देना होगा। बीजेपी निश्चित रुप से हमारा समर्थन कर रही है। हमने महायुति बनाई, तो आपने एमवीए बनाई। अगर आप बीजेपी के समर्थन का विरोध कर रहे है, तो क्या आप शिवसेना (यूबीटी) का समर्थन नहीं लिया। शिवसेना की विचारधारा का क्या हुआ।
अजीत के साथ अन्याय हुआ हैः आशा पवार
कुछ दिनों पहले शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार को बारामती के टेक्सटाइल पार्क में जाने से 25 मिनट के लिए रोका गया था। इस संबंध में बात करते हुए अजीत पवार ने कहा कि इस घटना को गलत तरीके से पेश किया गया। विरोधियों ने इसे सहानुभूति पाने के लिए पेश किया। रैली में अजीत पवार की मां आशा पवार ने भी हिस्सा लिया। हालांकि उनका लिखित संदेश किसी और ने पढ़ा।
अजीत किसी की समस्याओं को हल किए बिना चैन से नहीं बैठ सकते। एक मां होने के नाते मुझे दुख होता है, क्योंकि मैं जानती हूं कि उनके साथ क्या अन्याय हुआ है और वो इसे कैसे बर्दाश्त करते है। आज भी वो परिवार के लिए कुछ नहीं बोल रहे है, बल्कि चुप है।
गौरतलब है कि बारामती सीट पर अजीत पवार का मुकाबला उनके अपने ही भतीजे युगेंद्र पवार से है। युगेंद्र एनसीपी (एसपी) से बारामती के उम्मीदवार है।