- वसी जफर इकबाल, वसीम जफर कैफी व वसीम कमल के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
- पिछले एक साल से अरगोड़ा थाना का चक्कर लगा रहा था युवक
- बिजनेस में पैसे लगाने के नाम पर आरोपियों ने ठग लिए हैं 5 लाख रुपये
- ‘द फोटोन न्यूज’ ने उठाया था मुद्दा, प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी खबर
- एसएसपी ने कहा था- पूरे मामले की जांच कर की जाएगी कार्रवाई
- थाने में बार-बार पीड़ित के साथ किया जा रहा था दुर्व्यवहार
- पुलिस कह रही थी- ठगा गए हो तो पुलिस वाले तुम्हारे पैसे देंगे क्या
रांची : रांची में एक युवक से पांच लाख रुपये ठग लिए गए हैं। तीन युवकों ने बिजनेस में पैसे लगाने के नाम पर यह ठगी की है। इस मामले में रांची एसएसपी के संज्ञान के बाद अरगोड़ा थाना में मामला दर्ज किया गया। पीड़ित सुहैल अंसारी की शिकायत पर वसी जफर इकबाल, वसीम जफर कैफी व वसीम कमल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें कि पीड़ित पिछले एक साल से अरगोड़ा थाना का चक्कर लगा रहा था। थाने में मौजूद पुलिस पीड़ित के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे। ‘द फोटोन न्यूज’ ने इस मुद्दे को उठाया था। 09 फरवरी के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। इसके बाद रांची एसएसपी ने मामले को संज्ञान में लिया। एसएसपी ने कहा था कि पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। अरगोड़ा पुलिस के रवैए से परेशान होकर पीड़ित ने रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा से भी गुहार लगाई थी।
एसएसपी को दिए आवेदन में बताया था कि 2023 में बिजनेस में पैसे लगाने के नाम पर तीन युवकों ने उनसे पांच रुपये ठग लिए। रुपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी मिल रही है। पीड़ित ने बताया है कि वह पिछले एक साल से अरगोड़ा थाना के चक्कर काट रहे हैं। आज तक उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। थाना जाने पर वहां मौजूद पुलिसकर्मी दुर्व्यवहार करते हैं। पुलिस कह रही है कि ठगा गए हो तो पुलिस वाले तुम्हारे पैसे देंगे क्या। पीड़ित ने बताया है कि एफआईआर करने को कहने पर ऑफिसर के छुट्टी पर होने का हवाला दिया जाता है। पुलिस कहती है यह थाना है, यहां सिर्फ क्राइम से संबंधित केस दर्ज किया जाता है। कोर्ट जाकर केस करो। पीड़ित ने इस मामले में ऑनलाइन एफआईआर भी दर्ज कराई है। लेकिन, वहां से भी उसको कोई मदद नहीं मिली। पीड़ित ने लिखा है कि वह थाना जा-जाकर थक गया है। परेशान होकर वह एसएसपी की शरण में आया है।
पांच लाख की ठगी से जुड़ा मामला
एफआईआर में बताया गया है कि 2016 से 2023 तक वसी जफर इकबाल व उसका भाई वसीम जफर कैफी उसके घर के पास रहते थे। इस दौरान उन्होंने अप्रैल 2022 में उनकी मुलाकात वसीम कमल से कराई थी। वसीम कमल डोरंडा थाना क्षेत्र के परस टोली का रहने वाला है। वसीम कमल ने पीड़ित युवक को बिजनेस में पैसा लगाने व इससे आने वाले मुनाफा के बारे में बताकर झांसे में लिया। वसीम कमल और वसी ने पीड़ित युवक को एक लाख रुपये में हर महीना 10 प्रतिशत मुनाफा देने का लालच दिया। इसके बाद वसीम और वसी ने पीड़ित युवक से चार लाख रुपये लिए। वसीम और वसी ने पीड़ित की मौसी को भी झांसा देकर एक लाख रुपये ले लिया। वसी जफर और वसीम कमल ने पीड़ितों को एक लाख पर 10 प्रतिशत महीना मुनाफा देने का एग्रीमेंट भी किया। इसके बाद 4 से 6 महीनों तक मुनाफा भी मिला। आरोप है कि इसके बाद आज तक न कोई मुनाफा दिया, न ही उनके द्वारा दिए गए रुपये वापस किए गए।
वसी को अंडरग्राउंड कराने का आरोप
पीड़ित ने बताया कि वसीम कमल और वसीम जफर कैफी ने वसी को अंडरग्राउंड कर दिया है। वसीम कमल से पूछने पर कहता है कि जिससे एग्रीमेंट किया गया है, उससे समझो नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। पीड़ित लगातार वसी से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह फरार हो गया है। पीड़ित का कहना है कि एक-दो बार वसी से फोन पर बात भी हुई। फोन पर वसी ने रुपये वापस करने से साफ इनकार कर दिया। केस करने की बात कहने पर उसने जान से मारने की धमकी दी।
झांसे में लेकर पहले दोनों भाइयों ने ठगे एक लाख रुपये
पीड़ित के अनुसार, पहले वसी और वसीम कमल (दोनों भाई) ने उसे झांसे में लिया। दोनों भाई पहले एक लाख रुपये लेने पीड़ित के घर आए। एक लाख रुपये लेने के बाद दोबारा 15 दिनों के बाद आए। उन्होंने दोबारा पीड़ित युवक को झांसे में लिया। फिर से दानों ने लालच देकर एक लाख रुपये ठगे। लगभग एक महीने के बाद दोनों भाई वसीम कमल के साथ फिर पीड़ित के घर आए। बिजनेस में और पैसे लगाने की जरूरत बताकर और ज्यादा मुनाफा का लालच देकर तीनों ने दो लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित युवक का कहना है कि इस तरह उन्होंने बिजनेस में रुपये लगाने और मुनाफा के नाम पर चार लाख रुपये ठग लिए। इसके बाद तीनों ने पीड़ित की मौसी से भी एक लाख रुपये की ठगी कर ली।