हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर में डेंगू महामारी का रूप ले चुका है। ऐसे में झोलाछाप चिकित्सकों के भी बल्ले-बल्ले हो गई है। उनके यहां मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में उनके द्वारा मरीजों को कोई भी उल्टी-सीधी दवा दे दी जा रही है। इतना ही नहीं, डेंगू जांच के नाम पर पैथोलॉजी सेंटर द्वारा भी मनमानी राशि वसूली जा रही है। इसकी जांच को लेकर जिला प्रशासन की ओर से एक टीम भी गठित की गई है लेकिन इसका ज्यादा असर नजर नहीं आ रहा है। सोमवार को एक पैथोलॉजी सेंटर द्वारा गलत रिपोर्ट देने का भी मामला सामने आया। इसके बाद संबंधित पैथोलॉजी सेंटर के खिलाफ मानगो थाने में शिकायत की गई है।
आइएमए ने कहा-मरीजों के साथ हो रहा खिलवाड़
जमशेदपुर शहर के बीचों-बीच झोलाछाप चिकित्सक मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मानगो में एक झोलाछाप के यहां इतनी अधिक भीड़ उमड़ रही है कि अच्छे-अच्छे चिकित्सकों के भी होश उड़ गए हैं। इसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। आइएमए के सचिव डॉ. सौरभ चौधरी ने कहा कि झोलाछाप चिकित्सकों की सूची जिला प्रशासन को सौंपी गई है। सूची में एक दर्जन से अधिक झोलाछाप चिकित्सकों के नाम शामिल हैं। अगर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आइएमए आंदोलन करने को बाध्य होगा। इस तरह के लोग मरीजों की जान से सीधे खेल रहे हैं। बीते दिनों मानगो के शंकोसाई निवासी प्रियंका कुमारी की मौत हो गई। उसका इलाज भी झोलाछाप के यहां चल रहा था। जब स्थिति गंभीर हुई तो उसे टीएमएच ले जाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई।
दिया जा रहा स्टेरॉयड व हाई एंटीबायोटिक
आइएमए के सचिव डॉ. सौरभ चौधरी ने कहा कि मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। गलत ढंग से इलाज करने वाले व्यक्ति के खिलाफ प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। चूंकि, इन्हें न तो बीमारी की गहराई और न ही दवाओं के साइड इफेक्ट की जानकारी होती है। उन्होंने कहा कि अधिकांश झोलाछाप स्टेरॉयड व हाई एंटीबायोटिक मरीजों को देते हैं। इससे तत्काल राहत तो मिल जाती है लेकिन आगे चलकर मरीज को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं, एक अच्छा डॉक्टर कम पावर की दवा से इलाज शुरू करता है। ताकि आगे चलकर मरीज को किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
पैथोलॉजी पर गलत रिपोर्ट देने का आरोप
मानगो डिमना रोड स्थित महिमा पैथोलॉजी सेंटर पर डेंगू जांच की गलत रिपोर्ट देने का आरोप लगा है। इसे लेकर शंकोसाई निवासी अविनाश कुमार ने मानगो थाने में शिकायत की है। इससे पूर्व उनके द्वारा महिमा पैथोलॉजी में हंगामा भी किया गया। अविनाश कुमार ने बताया कि उनकी बड़ी बहन प्रियंका (30 वर्ष) की तबीयत खराब हुई तो वे डॉ. सुबोध कुमार के पास ले गए। उन्होंने डेंगू जांच कराने की सलाह दी। महिमा पैथोलॉजी सेंटर में मरीज का सैंपल दिया गया। रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव और प्लेटलेट्स एक लाख 17 हजार बताया गया। इसके बाद रिपोर्ट देखकर डॉ. सुबोध कुमार ने दवा दे दी। उसके बाद मरीज की स्थिति बिगड़ती चली गई। स्थिति काफी गंभीर हो गई। मरीज को आनन-फानन टाटा मुख्य अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद सोमवार को वे रिपोर्ट से संबंधित कागजात लेने पहुंचे तो देखा कि रजिस्टर में प्लेटलेट्स एक लाख तीन हजार लिखा हुआ है, जिसे देखकर वे भड़क गए और हंगामा करने लगे।
गलत रिपोर्ट व गलत इलाज से मेरी बहन की हुई मौत
अविनाश कुमार ने मानगो थाने में शिकायत की है, जिसमें उन्होंने बताया है कि मेरी बहन की मौत गलत रिपोर्ट और गलत इलाज के कारण हुई है। इस मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि दूसरे मरीज को इसका नुकसान नहीं उठाना पड़े। अविनाश कुमार ने बताया है कि पैथोलॉजी सेंटर द्वारा गलत रिपोर्ट दी गई और उसके आधार पर गलत इलाज हुआ। जिससे मेरी बहन की मौत हो गई।
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पैथोलॉजी सेंटर के संचालक ने क्या कहा?
पैथोलॉजी सेंटर के संचालक का कहना है कि रिपोर्ट गलत नहीं है। मेरे यहां प्रशिक्षित टेक्नीशियन व विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद हैं जिनके द्वारा रिपोर्ट तैयार की जाती है। जांच होने पर हकीकत सामने आ जाएगी।