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पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ भारत की कूटनीतिक मुहिम तेज, एस. जयशंकर ने UNSC के 7 गैर-स्थायी सदस्यों से की बातचीत

जयशंकर ने ग्रीस, सिएरा लियोन, अल्जीरिया, गुयाना, स्लोवेनिया, सोमालिया और पनामा के विदेश मंत्रियों से बात कर आतंकवाद की निंदा करने और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने पर उनका आभार जताया।

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सात गैर-स्थायी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बातचीत की। यह बातचीत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के संदर्भ में हुई, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले के पीछे सीमा पार के आतंकी नेटवर्क का संदेह जताया गया है।

कई देशों के विदेश मंत्रियों से चल रही बात

जयशंकर ने ग्रीस, सिएरा लियोन, अल्जीरिया, गुयाना, स्लोवेनिया, सोमालिया और पनामा के विदेश मंत्रियों से बात कर आतंकवाद की निंदा करने और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने पर उनका आभार जताया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव से भी हुई बात जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से भी फोन पर बातचीत की। उन्होंने गुटेरेस की “आतंकी हमले की स्पष्ट निंदा” की सराहना की और कहा कि भारत इस हमले के “साजिशकर्ताओं, योजनाकारों और समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है”।

एस. जयशंकर ने अपने पोस्ट में लिखा

जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “उत्तरदायित्व तय करना आवश्यक है। भारत दृढ़ संकल्पित है कि हमले में शामिल हर व्यक्ति को सजा दिलाई जाए।” UNSC में पाकिस्तान की भूमिका और चीन का समर्थन भारत की यह कूटनीतिक पहल ऐसे समय में हुई है जब पाकिस्तान 2025-26 के लिए UNSC का गैर-स्थायी सदस्य बना है। हाल ही में पाकिस्तान ने चीन के सहयोग से UNSC में पेश एक प्रस्ताव को कमजोर करने का प्रयास किया, जो पहलगाम आतंकी हमले की निंदा से जुड़ा था।

पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत

चीन सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है। आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने की कोशिश विदेश मंत्री की बातचीत से पहले पिछले सप्ताह विदेश मंत्रालय ने करीब 100 देशों के राजनयिकों और दूतों के लिए विशेष ब्रीफिंग आयोजित की थी। इन ब्रीफिंग्स में भारतीय अधिकारियों ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत साझा किए थे। गुयाना के विदेश मंत्री ह्यूग हिल्टन टॉड से बातचीत में जयशंकर ने “आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से मुकाबला करने की आवश्यकता” पर बल दिया।

ग्रीस ने सीमा पारआतंकवाद के खिलाफ दिखाई सख्त स्थिति

वहीं, ग्रीस के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्रिटिस से बात करते हुए उन्होंने “सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ ग्रीस की सख्त स्थिति” की सराहना की। यूएई के विदेश मंत्री से भी चर्चा जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायेद अल नहयान से भी बातचीत की। उन्होंने कहा, “आतंकवाद से प्रभावी रूप से मुकाबला करने की आवश्यकता पर चर्चा हुई।”

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