Home » भारत-पाकिस्तान संघर्ष : जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी गोलाबारी में 15 नागरिकों की मौत, 38 घायल

भारत-पाकिस्तान संघर्ष : जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी गोलाबारी में 15 नागरिकों की मौत, 38 घायल

इनका उद्देश्य पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों जैसे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को नष्ट करना था।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

नई दिल्ली : भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर की गई मिसाइल हमलों के बाद, पाकिस्तान की ओर से जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर भारी गोलाबारी की गई। इस हमले में कम से कम 15 नागरिकों की मौत हो गई और 38 लोग घायल हो गए।

पाकिस्तानी गोलाबारी में नागरिकों की मौत और घायल

पाकिस्तानी सेना ने 6-7 मई की रात जम्मू और कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में बिना उकसावे की गोलाबारी की। पुंछ जिले के मेंढर क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पुंछ में ही छह लोग मारे गए। इसके अलावा, दो केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान भी घायल हो गए। गोलाबारी के कारण पुंछ के एक बस स्टैंड पर भी नुकसान हुआ।

ऑपरेशन सिंदूर : भारत का आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य अभियान

भारत ने 6 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये हमले लक्षित, मापी गई और गैर-उत्तेजक थे और इनका उद्देश्य पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों जैसे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को नष्ट करना था। भारत ने स्पष्ट किया कि इन हमलों में किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और सीमा पर तनाव

पाकिस्तान ने भारतीय हमलों को ‘अकारण और स्पष्ट युद्ध कृत्य’ करार दिया और कड़ी प्रतिक्रिया की धमकी दी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान समय और स्थान पर अपनी पसंद के अनुसार जवाब देगा। इसके बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी की, जिसमें तीन भारतीय नागरिकों की मौत हो गई।

नागरिक जीवन पर प्रभाव

पाकिस्तानी गोलाबारी के कारण जम्मू और कश्मीर के पांच सीमावर्ती जिलों — जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ — में स्कूलों और कॉलेजों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, जम्मू, श्रीनगर और लेह हवाई अड्डों पर उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। एयर इंडिया ने उत्तर भारत के कई शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं, जबकि अन्य एयरलाइनों ने यात्रा सलाह जारी की हैं और उड़ानों में बदलाव की सूचना दी है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने दोनों देशों से संघर्ष को बढ़ाने से बचने की सलाह दी है।
यह घटनाक्रम 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद उत्पन्न तनाव का परिणाम है, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हो गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया था, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों का खंडन किया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच यह संघर्ष दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और संघर्ष की ओर इशारा करता है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

पाकिस्तानी गोलीबारी में पुंछ के गुरुद्वारे पर हमला, तीन सिख श्रद्धालुओं की मौत : Attack on Gurdwara in Poonch

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब पर पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में तीन सिख श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मृतकों में भाई अमरीक सिंह (रागी), भाई अमरजीत सिंह, और भाई रणजीत सिंह शामिल हैं। यह घटना धार्मिक स्थलों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं को उजागर करती है, जिससे सीमा पर रहने वाले नागरिकों में गहरा आक्रोश और शोक व्याप्त है।

धार्मिक स्थल पर हमला: मानवता के खिलाफ कृत्य : Sukhbir Badal Condemns Gurdwara Attack

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “गुरुद्वारा साहिब जैसे पवित्र स्थल पर हमला मानवता के खिलाफ सीधा हमला है।” उन्होंने शहीद श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि दी और केंद्र सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा और सहायता तुरंत प्रदान की जाए।

पंजाब के मुख्यमंत्री का बयान: गुरुद्वारे पर हमला अक्षम्य : Bhagwant Mann on Poonch Attack

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस अमानवीय हमले की निंदा की और कहा कि गुरुद्वारे जैसे पवित्र स्थल को निशाना बनाना न केवल धार्मिक भावनाओं का अपमान है, बल्कि यह आम नागरिकों की सुरक्षा पर भी हमला है। मुख्यमंत्री ने केंद्र से मांग की कि पाकिस्तान की इस हरकत पर कड़ा जवाब दिया जाए और शहीद परिवारों को न्याय दिलाया जाए।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठेगा मामला? : India-Pakistan Border Tension Update

यह हमला ऐसे समय हुआ है जब भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा तनाव पहले से ही चरम पर है। धार्मिक स्थल को लक्षित करना अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों का उल्लंघन माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा सकता है।

Related Articles