पॉलिटिकल डेस्क: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथ लेने से प्रशांत किशोर कभी नहीं चूकते। एक बार फिर उन्होंने बिहार के हालात, दुर्दशा के लिए सीधे-सीधे नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है।
नीतीश के किस बयान पर उठा उफान
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि 100 साल बाद दुनिया खत्म होने वाली है। उनके इस बयान को लेकर मुख्यमंत्री के विरोधियों के साथ-साथ खुद सरकार में सहयोगी राजद (RJD) के नेताओं ने भी हंसी उड़ाई। खूब व्यंग किया। अब प्रशांत किशोर ने नीतीश के उस बयान पर तीखा हमला बोला है। बिहार के दुर्दशाग्रस्त होने के लिए उन्होंने सीधे-सीधे नीतीश को जिम्मेदार ठहाया है।
प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा के तहत समस्तीपुर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बात कर रही है। इसपर मंथन हो रहा है कि Artificial Intelligence का लाभ उठाकर कैसे लाखों लोगों को नौकरी मिल सकती है। कैसे हजारों बिलियन डॉलर की नई इकोनॉमी खड़ी हो सकती है।
लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री कहते हैं कि मोबाइल का उपयोग करने से अब दुनिया ही खत्म होने वाली है। उनका यह बयान समझने के लिए काफी है कि बिहार राज्य इतनी दुर्दशा से ग्रस्त क्यों है। ये लोग अभी 1960 और 70 के दशक में जी रहे हैं। कुर्ता-पाजामा और धोती पहनकर निकल गए राजनीति करने।
क्या होता है सेमीकंडक्टर, नहीं बता सकेंगे नीतीश
प्रशांत किशोर ने कहा कि उनसे जब किसी ने पूछा कि सेमीकंडक्टर जैसी फैक्ट्री बिहार जैसे राज्यों में क्यों नहीं लग सकती, तो कहा कि बिहार की पूरी कैबिनेट को बुला लीजिए। नीतीश कुमार को भी बुला लीजिए जो खुद भी इंजीनियर हैं।
नीतीश अगर बता दें कि सेमीकंडक्टर होता क्या है, तो उनका जूता अपने सिर। उनकी सरकार की कैबिनेट में बैठे मंत्रियों तक को सेमीकंडक्टर के बारे में नहीं पता होगा। जब मंत्रियों को पता ही नहीं होगा कि सेमीकंडक्टर होता क्या है, तो बिहार में इसकी फैक्ट्री के बारे में ये सोच भी कैसे सकते हैं?
वृद्धा पेंशन, साईकिल और पोशाक बांटने से नहीं होनेवाली है तरक्की
पीके (प्रशांत किशोर) ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री को मालूम ही नहीं है कि सेमीकंडक्टर क्या चीज है। उनसे ये सवाल जरूर होना चाहिए कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से बिलियन डॉलर की इकोनोमी खड़ी हो रही हे।
इससे लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है.. इस पर आपका क्या कहना है? इसपर नीतीश कुमार कहेंगे कि छोड़िए जाने दीजिए, इन सब चीजों से कुछ नहीं होता है।
सिर्फ 400 रुपए वृद्धा पेंशन देने से और साईकिल और पोशाक बांट देने से बिहार की तरक्की नहीं होने वाली है। नीतीश ने पूरे बिहार को अनपढ़ और मजदूर बनाकर रख दिया है।
नीतीश कुमार जैसे लोग ही यह चाहते भी रहते हैं कि बिहार अनपढ़ बना रहे। ऐसा होगा तभी तो लोग इनको (नीतीश) और इनके 9वीं पास तेजस्वी यादव को अपना नेता मानेंगे।