लखनऊः उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां आए दिन कोई न कोई विवाद चलता रहता है। अब समाजवादी पार्टी ने जयप्रकाश की जयंती के नाम पर राजनीति शुरू कर दी है। 11 अक्तूबर को जयप्रकाश नारायण की जयंती होती है। जयंती के मौके पर सियासत गरमाने लगी है। दरअसल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव देर रात जेपी सेंटर के बाहर पहुंचे। उन्हें भीतर जाने से रोक दिया गया।
इसी बात को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। दरअसल अखिलेश को खबर मिली कि गोमती नगर स्थित जेपी सेंटर (JPNIC) के बाहर 8 फीट ऊंची चादर लगवाकर गेट को बंद किया जा रहा है। टीन के शेड से गेट को ढका जा रहा है। सपा द्वारा यहां श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम रखा गया था। लेकिन प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं दी गई।
ऐसे में अखिलेश देर रात ही जेपी सेंटर पहुंच गए। उनके पहुंचते ही गेट पर हंगामा मच गया। इस बाबत अखिलेश ने एक्स पर लिखा कि किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं।
गौरतलब है कि पिछली बार भी अखिलेश को जेपी सेंटर में घुसने की इजाजत नहीं मिली थी। इसके बाद सपा प्रमुख दीवार कूदकर सेंटर के अंदर प्रवेश किए थे। इसलिए इस बार पहले से चौकन्ना योगी सरकार ने पुलिस की मदद से जेपी सेंटर के बाह बैरिकेडिंग लगा दी और लखनऊ पुलिस के जवानों को भी भारी संख्या में तैनात कर दिया।
खबरों के अनुसार, अखिलेश के घर के बाहर भी भारी संख्या में पुलिसबल और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है। इस मामले में प्रशासन का कहना है कि जेपी सेंटर में निर्माण कार्य चल रहा है। इसी कारण से एंट्री बंद की गई है। लेकिन अखिलेश इस मामले में योगी सरकार को घेर रहे है। उन्होंने कहा कि
ये है भाजपा राज में आजादी का अमृतकाल, श्रद्धांजलि न दे पाएं जनता, इसलिए उठा दी गई दीवार। बीजेपी ने जो रास्ता बंद किया है, ये उनकी बंद सोच का प्रतीक है। अखिलेश ने कहा कि सरकार टीन शेड लगाकर कुछ छुपाना चाहती है। किसी महापुरूष का सम्मान ये क्यों नहीं करने दे रहे है। कोई भी टीनशेड लगाकर हमारी विचारधारा को नहीं रोक सकता है। टीन शेड कब तक लगाकर रखेंगे। 1 दिन, 2 दिन, 4दिन, 5 दिन, 1साल, 2 साल और उसके बाद।